बिहार विधानसभा सत्र में एक साथ बैठेंगे तेजस्वी-तेजप्रताप, क्या सीटिंग अरेजमेंट कर पाएगी रिश्ते ठीक?
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज, सोमवार से शुरू हो रहा है, जो 25 जुलाई तक चलेगा. यह सत्र आगामी विधानसभा चुनाव से पहले का आखिरी सत्र है. इस चुनावी मौसम में जहां सियासी हलचल बढ़ी है, वहीं RJD प्रमुख लालू यादव के परिवार में तेजस्वी-तेजप्रताप के बीच तनाव साफ नजर आ रहा है.
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज, सोमवार से शुरू हो रहा है, जो 25 जुलाई तक चलेगा. यह सत्र राज्य विधानसभा चुनाव से पहले का आखिरी सत्र है, जो अक्टूबर-नवंबर में होने हैं. इस चुनावी मौसम में जहां सियासी हलचल तेज है, वहीं RJD प्रमुख लालू यादव के परिवार में भी तनाव बढ़ता नजर आ रहा है. तेजस्वी और तेजप्रताप यादव के बीच के मनमुटाव ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ लिया है.
तेजप्रताप का अपनी गर्लफ्रेंड अनुष्का के साथ वायरल हुआ फोटो बिहार की सियासी तपिश को और बढ़ा गया था. इस फोटो को लेकर आरजेडी और परिवार में काफी विवाद हुआ, जिसके चलते लालू यादव ने तेजप्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से बाहर कर दिया था. वहीं, तेजस्वी और तेजप्रताप के बीच बढ़ते मतभेदों ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं. मई में तो तेजप्रताप को न सिर्फ आरजेडी से बाहर किया गया, बल्कि पारिवारिक घर से भी निकाल दिया गया था. इसके बाद से दोनों भाइयों के बीच खटास बनी हुई है, लेकिन अब विधानसभा सत्र में दोनों एक साथ नजर आएंगे.
तेजस्वी की नाराजगी और परिवार में बढ़ी दूरी
तेजस्वी यादव ने कई बार सार्वजनिक रूप से अपने बड़े भाई तेजप्रताप से अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने तेजप्रताप को परिवार और पार्टी से बाहर करने में अपनी भूमिका निभाई. इस पारिवारिक तनाव के बावजूद, आज 11 बजे से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में दोनों भाई एक ही पंक्ति में बैठेंगे और यह पहली बार होगा जब मई के बाद दोनों एक साथ सार्वजनिक मंच पर नजर आएंगे.
विधानसभा सत्र दोनों भाइयों को करीब लाएगा?
चुनाव नजदीक होने के बावजूद, दोनों भाइयों के रिश्ते में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है. दरअसल, तेजप्रताप पिछले कुछ दिनों से विधानसभा सीटों का दौरा कर रहे हैं और चुनाव में अपनी भूमिका को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं. मीडिया के सामने भी उनका रुख काफी सख्त है, और वह आरजेडी से अलग चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं. इससे यह सवाल उठता है कि क्या यह विधानसभा सत्र दोनों भाइयों को एक साथ लाने का कारण बनेगा, या फिर उनके रिश्ते में और दरार आएगी?