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Anant Singh vs Sonu Monu Gang: कौन हैं अनंत सिंह पर हमला करने वाले सोनू-मोनू, जानें पूरी कहानी

पटना जिले के मोकामा इलाके में बुधवार को हुई गोलीबारी में पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए. गोलीबारी के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ, हालांकि इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई है.

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Edited By: Babli Rautela
Anant Singh vs Sonu Monu Gang
Courtesy: Social Media

Anant Singh vs Sonu Monu Gang: पटना जिले के मोकामा इलाके में बुधवार को हुई गोलीबारी में पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए. गोलीबारी के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ, हालांकि इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार ने बताया कि यह घटना पटना जिले के बाहरी इलाके बाढ़ के नौरंगा गांव में हुई, जहां दो समूहों के बीच 12 से 15 गोलियां चलीं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

अनंत सिंह का बयान

घटना के बारे में अनंत सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि नौरंगा गांव के कुछ लोग उनके पास आए और आरोप लगाया कि सोनू-मोनू ने उन्हें उनके घरों से बाहर निकाल कर उनके घरों पर ताला लगा दिया है. इसके बाद, अनंत सिंह शाम को नौरंगा गांव पहुंचे और अपने समर्थकों से ताले खुलवाए. उन्होंने सोनू-मोनू को यह संदेश देने के लिए कहा कि घरों के ताले खोले जा चुके हैं और आगे से ऐसा न करें.

सोनू-मोनू के घर के बाहर गाड़ी रुकवाने पर, जैसे ही उनके समर्थक सोनू-मोनू के पास पहुंचे, उन लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी. अनंत सिंह ने बताया कि अपने समर्थकों को बचाने के लिए उन्होंने भी जवाबी फायरिंग की. इस घटना में उनके एक समर्थक को गर्दन में गोली लग गई है और उनका इलाज चल रहा है.

सोनू-मोनू कौन हैं?

सोनू-मोनू सगे भाई हैं और मोकामा के जलालपुर गांव के निवासी हैं. इन दोनों ने 2009 में अपराध की दुनिया में कदम रखा और ट्रेन में लूटपाट करने लगे. इनका गांव में दरबार भी लगने लगा, जहां सरकारी अधिकारियों से परेशान लोग सुबह से कतार में खड़े रहते थे. ये दोनों भाई मोकामा प्रखंड और अंचल कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों पर इतना दबाव डालते थे कि उनके फोन उठते ही समस्याओं का समाधान हो जाता था.

बताया जाता है कि इन दोनों भाइयों पर एक दर्जन से अधिक अपराध के मामले दर्ज हैं और उनका ईंट भट्ठा भी है. इनके बारे में यह भी कहा जाता है कि ये मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े हुए हैं. शुरुआत में ये अनंत सिंह के प्रभाव में थे, लेकिन अब अपना गैंग बढ़ाने में सफल हो गए हैं. हालांकि, अब भी अनंत सिंह के मुकाबले इनके गैंग की संख्या काफी कम है.

किस-किस पर हुआ केस दर्ज?

पुलिस ने इस मामले में मुकेश कुमार की शिकायत पर केस दर्ज किया है. मुकेश कुमार ने आरोप लगाया है कि सोनू-मोनू गैंग ने उनके घर पर रंगदारी मांगने और घर पर ताला लगाने का प्रयास किया. इसके अलावा, सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने भी अनंत सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. प्रमोद कुमार ने आरोप लगाया कि अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने उनके घर पर गोलीबारी की.

अनंत सिंह पर क्या आरोप?

प्रमोद कुमार ने अनंत सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने राजनीतिक साजिश के तहत उनकी पत्नी पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया. इसके बाद, पुलिस ने इस मामले में जनप्रतिनिधियों और स्थानीय ग्रामीणों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है. बताया जा रहा है कि जब पंचमहला थाने की पुलिस ने मुकेश कुमार के घर का ताला खुलवाने की कोशिश की, तो जनप्रतिनिधि और उनके समर्थक ग्रामीणों ने पुलिस के साथ गाली-गलौज और अभद्रता की. इस गोलीबारी की घटना के बाद पटना पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी.