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India Daily

'रोहित शर्मा के ऊपर बिठाओ 4 लोग, रोज दौड़ाओ 10 किमी', हिटमैन को लेकर योगराज सिंह ने क्यों कही ये बात?

Rohit Sharma: दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा को लेकर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि रोहित के पीछे 4 लोगों को पीछे लगाना चाहिए ताकि वे रोज 10 किलोमीटर दौड़ाना चाहिए.

Rohit Sharma Yograj Singh
Courtesy: Social Media

Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की तारीफों के पुल बांधते हुए पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने एक बार फिर अपनी बेबाक राय रखी है. योगराज ने न सिर्फ रोहित की बल्लेबाजी और उनके खेल की लंबी उम्र की तारीफ की बल्कि उनके आलोचकों को भी करारा जवाब दिया. 

योगराज का मानना है कि रोहित में अभी भी बहुत कुछ देने की क्षमता है, बशर्ते वह अपनी फिटनेस पर और ध्यान दें. ऐसे में उन्होंने रोहित को हर रोज 10 किलोमीटर दौड़ने की सलाह दी है. बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब उन्होंने रोहित को इस तरह की सलाह दी है. इससे पहले टेस्ट क्रिकेट से उनके संन्यास लेने से पहले इसी तरह की सलाह दी थी.

रोहित शर्मा की काबिलियत पर योगराज सिंह का भरोसा

योगराज सिंह ने रोहित शर्मा की बल्लेबाजी को बाकी दुनिया से अलग बताया. हाल ही में मार्च में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित ने 83 गेंदों में 76 रनों की शानदार पारी खेली थी. इस पारी ने भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई और रोहित को 'प्लेयर ऑफ द मैच' का अवॉर्ड भी मिला. योगराज ने इस पारी को रोहित की कक्षा का सबूत बताया. उन्होंने कहा, "रोहित की बल्लेबाजी एक तरफ और बाकी पूरी दुनिया की बल्लेबाजी दूसरी तरफ. यही उनकी कक्षा है."

योगराज का कहना है कि रोहित में 45 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलने की क्षमता है. लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी फिटनेस पर और मेहनत करनी होगी. उन्होंने मजाक में कहा, "रोहित के पीछे चार लोगों को लगाओ, जो उन्हें हर सुबह 10 किलोमीटर दौड़ाएं. अगर वह ऐसा करें, तो वह और पांच साल तक देश के लिए खेल सकते हैं."

आलोचकों को योगराज की खरी-खरी

योगराज सिंह ने रोहित की फिटनेस और खेल पर सवाल उठाने वालों को भी नहीं बख्शा. उनका कहना है कि जो लोग रोहित की आलोचना करते हैं, उन्हें पहले खुद क्रिकेट के मैदान में कुछ कर दिखाना चाहिए. उन्होंने कहा, "जो लोग रोहित के खेल और फिटनेस पर सवाल उठाते हैं, क्या उन्होंने कभी ऊंचे स्तर पर क्रिकेट खेला है? अगर नहीं, तो उन्हें ऐसी बातें करने में शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए."