विवार को स्टावेंजर में स्कोरबोर्ड से ज़्यादा भावनाएं बोल रही थीं. विश्व के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन को मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश ने हरा दिया. हार के कार्लसन निराश दिखे और गुस्से में टेबल पर मुक्का मारा. उन्होंने प्रतिष्ठित नॉर्वे ओपन के राउंड 6 में कितनी अच्छी तरह से दबदबा बनाया था, इससे पहले कि वे भारतीय ग्रैंडमास्टर पर एक बेहतरीन जीत हासिल करने के कुछ ही दिनों बाद गलती कर बैठे.
बोर्ड के दूसरी तरफ गुकेश बैठा थे वह उस खेल के परिणाम से हैरान थे. वह अभी भी एक मील का पत्थर जीत की भावना व्यक्त नहीं कर पा रहे थे. गुकेश ने कार्लसन के ही घर में छठे राउंड में शानदार जीत हासिल की अपने करियर में पहली बार क्लासिकल टाइम कंट्रोल में उन्हें हराया. सफ़ेद मोहरों से खेल रहे भारतीय किशोर ने दबाव में भी अपनी पकड़ बनाए रखी और 34 वर्षीय नॉर्वेजियन ग्रैंडमास्टर की एक दुर्लभ गलती का फ़ायदा उठाते हुए इसे यादगार जीत में बदल दिया.
That moment when World Champion @DGukesh won his game against World no.1 Magnus Carlsen!
— ChessBase India (@ChessbaseIndia) June 1, 2025
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स्टावेंजर में घरेलू दर्शकों के सामने खेल रहे कार्लसन ने खेल के अधिकांश समय में बढ़त बनाए रखी और बेहतर स्थिति से दबाव बनाते रहे. लेकिन गुकेश ने अनुशासन और धैर्य के साथ बचाव किया और फिर एक सटीक जवाबी हमले के साथ खेल को अपने पक्ष में मोड़ दिया.
जीत के बाद गुकेश बहुत खुश नज़र आए. खेल के मैदान की लॉबी में उन्होंने अपने लंबे समय के कोच ग्रेज़गोरज़ गजेव्स्की का जोरदार मुक्का मारकर स्वागत किया, जो पोलिश खिलाड़ी ने कभी किसी भारतीय किशोर से नहीं पाया था. यह गुकेश के लिए वापसी वाली जीत थी जो नॉर्वे शतरंज के पहले दौर में काले मोहरों से कार्लसन से हार गए थे. यह एक आमंत्रण छह खिलाड़ियों की राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता है.
नॉर्वे शतरंज में इतने सालों में दूसरी बार किसी भारतीय किशोर ने क्लासिकल फॉर्मेट में कार्लसन को हराया है. पिछले साल यह आर प्रज्ञानंदधा थे; इस साल मौजूदा विश्व चैंपियन अब उनके साथ शामिल हो गए हैं. कार्लसन खेल के अधिकांश समय नियंत्रण में लग रहे थे, लेकिन अप्रत्याशित स्टावेंजर मौसम की तरह पलक झपकते ही सब कुछ बदल गया.