U19 World Cup 2024: अंडर 19 विश्व कप 2024 के फाइनल में टीम इंडिया को 79 रनों के बड़ी हार मिली. इस हार से पूरा देश दुखी है. क्योंकि भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बढ़िया खेला, लेकिन फाइनल में वो फ्लॉप रही. ऑस्ट्रेलिया ने बैटिंग, बॉलिंग दोनों में कमाल किया और चौथी बार विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम की. टीम इंडिया ने इस सीजन 3-4 मैचों में 300 प्लस का स्कोर बनाया था, लेकिन फाइनल में वो 253 रनों का टारगेट चेज नहीं कर पाई और 43.5 ओवरों में 174 रनों पर सिमट गई. खिताबी मुकाबले में मिली हार से फैंस दुखी हैं. आइए उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जान लेते हैं, जिनसे पूरे देश को उम्मीद थीं, वो ही फाइनल में फ्लॉप रहे.
1. उदय सहारन (कप्तान/बल्लेबाज)
टीम इंडिया के कप्तान ने पूरे टूर्नामेंट में बढ़िया खेला. वो इस बार के लीड रन स्कोरर भी रहे. लेकिन फाइनल में उनका बल्ला नहीं चला. 12.2 ओवरों में 40 रनों पर भारत ने अपने 2 विकेट खो दिए थे. इसके बाद उदय को क्रीज पर संभलकर खेलना था, उन्होंने कुछ वक्त भी बिताया, लेकिन 16वें ओवर की 5वीं गेंद पर उन्होंने अपना विकेट खो दिया. उदय ने बाहर की गेंद पर बल्ला फंसाया तो बॉल सीधा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान Hugh Weibgen के हाथों में गई. जब टीम इंडिया को एक साझेदारी की दरकार थी तभी उदय आउट हो गए. उदय के बल्ले से 7 मैचों में 397 रन निकले. उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक जमाए, लेकिन फाइनल में वो फैंस का दिल तोड़ गए.
2. मुशीर खान (टॉप ऑर्डर बल्लेबाज)
उदय की तरह की मुशीर ने भी निराश किया. फाइनल में भारत ने 2.2 ओवर में अर्शीन का विकेट खो दिया था. यहां से मुशीर को जिम्मेदारी वाली पारी खेलनी थी, लेकिन वह महिल बियर्डमेन की सीधी गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए. वो क्रीज पर समय बिता चुके थे. 33 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 22 रनों की पारी खेलकर सेट थे, लेकिन एक गेंद चूकते ही उनका काम तमाम हो गया. मुशीर का विकेट गिरना टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका था. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज हावी होते गए. फाइनल को छोड़ मुशीर ने पूरे सीजन में बढ़िया खेला, उनके बल्ले से 7 मैचों में 360 रन निकले. वे 1 शतक और 2 फिफ्टी जमा चुके हैं.
3. सचिन धास (आलराउंडर)
जब टीम इंडिया ने 55 रनों पर कप्तान उदय सहारन समेत अपने तीन विकेट खो दिए थे, तब सचिन से पूरे देश को उम्मीद थी, लेकिन वह भी क्रीज पर ज्यादा देर टिक नहीं पाए. उन्हें राफ मैकमिलन ने अपना शिकार बनाया. सचिन ने आसानी से अपना विकेट दे दिया, जिस समय टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, उसी वक्त सचिन आउट हुए. फाइनल से पहले सचिन ने बढ़िया प्रदर्शन किया था. सचिन ने 7 मैचों में 60.06 की औसत से 303 रन बनाए.
4. नमन तिवारी (तेज गेंदबाज)
नमन टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज रहे. उन्होंने 6 मैचों में 12 शिकार किए. विकेट टू विकेट गेंदबाज करने वाले नमन का फाइनल में जलवा नहीं दिखा. उन्होंने 2 विकेट जरूर मिले, लेकिन वो काफी महंगे साबित हुए. उन्होंने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 9 ओवरों में 63 रन लुटाए. ऑस्ट्रेलिया के बैटर्स के खिलाफ नमन अपना जादू दिखाने में असफल रहे. यही वजह रही की ऑस्ट्रेलिया एक के बाद एक साझेदारियां करता गया और बोर्ड पर 253 रन लगा दिए.
5. सौम्य पांडे (बाएं हाथ के स्पिनर)
बाएं हाथ के लेफ्ट ऑर्म स्पिनर सौम्य पांडे ने पूरे सीजन बढ़िया प्रदर्शन किया. वे दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, लेकिन खिताबी मुकाबले में वो अपना जादू नहीं दिखा पाए. उन्होंने 10 ओवरों में 41 रन दिए और सिर्फ एक विकेट मिला. सौम्य ने भी फाइनल को छोड़कर पूरे टूर्नामेंट में कमाल की गेंदबाजी की थी, उन्होंने 7 मैचों में 18 शिकार किए हैं, लेकिन फाइनल में वो फैंस की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए.