नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के सबसे प्यारे खिलाड़ियों में से एक सुरेश रैना आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. मिस्टर IPL के नाम से मशहूर रैना ने अपने करियर में कई ऐसी उपलब्धियां हासिल की हैं जो आज भी कोई दूसरा भारतीय खिलाड़ी नहीं छू सका.
रैना ने अपने करियर में कई बेहतरीन पारियां खेली हैं. उनकी 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में बल्लेबाजी को भला कौन भूल सकता है. रैना आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं और वे 39 साल के हो चुके हैं.
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुरेश रैना का जन्म 27 नवंबर 1986 को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुआ था. उनके पिता मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले थे लेकिन वे बाद में यूपी में आकर बस गए थे.
साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में टेस्ट डेब्यू करते हुए सुरेश रैना ने 120 रनों की शानदार पारी खेली. यह किसी भारतीय बल्लेबाज का विदेशी सरजमीं पर डेब्यू टेस्ट में पहला शतक था.
आज तक कोई दूसरा भारतीय बल्लेबाज टेस्ट डेब्यू पर विदेशी सरजमीं पर शतक नहीं जड़ सका है. यह रिकॉर्ड रैना के नाम ही दर्ज है. रैना ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज हैं.
2010 टी-20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रैना ने 101 रनों की तूफानी पारी खेली. यह टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में किसी भारतीय द्वारा पहला और अब तक का इकलौता शतक है. रोहित शर्मा, विराट कोहली या कोई और बड़ा नाम भी इस मुकाम तक नहीं पहुंच सका.
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में 5000 रन पूरे करने का गौरव सबसे पहले सुरेश रैना को मिला. साल 2019 में यह आंकड़ा छूने वाले रैना आज भी आईपीएल के सबसे सफल भारतीय बल्लेबाजों में शुमार हैं. उनकी लगातार अच्छी बल्लेबाजी और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए योगदान को कोई नहीं भूल सकता.
वनडे, टेस्ट और टी-20 इंटरनेशनल तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने का कारनामा सबसे पहले सुरेश रैना ने किया. इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने यह उपलब्धि हासिल की लेकिन नंबर-1 रैना ही बने. यह रिकॉर्ड उनकी बहुमुखी प्रतिभा का सबसे बड़ा सबूत है.