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India Daily

एशिया कप में ट्रॉफी विवाद के बाद शाहिद अफरीदी ने मोहसिन नकवी को जमकर लगाई लताड़, पूर्व पाक कप्तान ने मांगा इस्तीफा

Shahid Afridi: भारत के खिलाफ एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद मोहसिन नकवी को लेकर अब पाकिस्तान में सवाल खड़े होने लगे हैं और शाहिद अफरीदी ने तो उनसे इस्तीफा मांग लिया है.

Shahid Afridi Mohsin Naqvi
Courtesy: X

Shahid Afridi: एशिया कप 2025 के फाइनल के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी एक नए विवाद में घिर गए हैं. इस बार उन पर निशाना साधा है पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने नकवी के दोहरे पद और उनके सलाहकारों की योग्यता पर सवाल उठाए हैं. नकवी पर न केवल भारत में बल्कि पाकिस्तान में भी आलोचना हो रही है और अफरीदी ने तो उनके इस्तीफे की मांग तक कर दी है.

एशिया कप के फाइनल के बाद नकवी उस समय सुर्खियों में आए जब उन पर भारतीय टीम की ट्रॉफी अपने साथ ले जाने का आरोप लगा. यह घटना दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में हुई, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और मीडिया में नकवी के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा. एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख के रूप में उनकी भूमिका ने इस विवाद को और हवा दी. 

PCB में अस्थिरता का दौर

मोहसिन नकवी ने 2024 में पीसीबी के अध्यक्ष का पद संभाला था लेकिन उनके कार्यकाल में पाकिस्तानी क्रिकेट को कई उतार-चढ़ाव देखने पड़े. इस दौरान पुरुष टीम के कोचिंग स्टाफ में बार-बार बदलाव हुए और बड़े टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा. नकवी की गृह मंत्रालय और पीसीबी की दोहरी जिम्मेदारी को लेकर पहले से ही सवाल उठ रहे थे और अब अफरीदी जैसे दिग्गजों ने इस मुद्दे को और जोर-शोर से उठाया है.

शाहिद अफरीदी ने जताई चिंता मांगा इस्तीफा

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने नकवी की कार्यशैली पर तीखा हमला बोला है. टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट को दिए एक बयान में अफरीदी ने कहा, "मेरी नकवी साहब से सलाह है कि ये दो बहुत बड़े पद हैं और दोनों को अलग-अलग रखना जरूरी है. पीसीबी और गृह मंत्रालय की जिम्मेदारियां एक साथ निभाना आसान नहीं है. इस वजह से उन्हें इनमें से किसी एक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए."

अफरीदी ने आगे कहा, "नकवी खुद कहते हैं कि उन्हें क्रिकेट की ज्यादा समझ नहीं है. ऐसे में उन्हें ऐसे सलाहकारों की जरूरत है जो खेल को अच्छे से समझते हों. वर्तमान सलाहकार उन्हें गलत दिशा में ले जा रहे हैं. यह आसान निर्णय नहीं होगा लेकिन इसे जल्द से जल्द लेना होगा. पाकिस्तानी क्रिकेट को सही दिशा में ले जाने के लिए यह जरूरी है."