Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा का नाम हमेशा सम्मान के साथ लिया जाता है. हाल ही में, पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने पुजारा की तारीफ में कुछ ऐसा कहा, जिसने सभी का ध्यान खींचा. अश्विन का मानना है कि पुजारा ने भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और रोहित शर्मा जितना ही योगदान दिया लेकिन उन्हें उतनी चर्चा नहीं मिली.
चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. उन्होंने 2023 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था. अपने 103 टेस्ट मैचों के करियर में पुजारा ने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 35 अर्धशतक जड़े. पुजारा को राहुल द्रविड़ का सच्चा उत्तराधिकारी माना जाता था और उन्होंने कई मौकों पर अपनी ठोस बल्लेबाजी से यह साबित भी किया.
रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर पुजारा के योगदान की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पुजारा का नंबर-3 पर खेलना भारतीय टीम के लिए बहुत अहम था. अश्विन के मुताबिक, पुजारा की वजह से ही विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में इतने रन बना पाए.
पुजारा क्रीज पर एक छोर संभालते थे, जिससे कोहली को खुलकर रन बनाने का मौका मिलता था. अश्विन ने कहा, "पुजारा का योगदान विराट और रोहित जितना ही बड़ा है, लेकिन उन्हें उतना ध्यान नहीं मिला. नंबर-3 पर उनकी बल्लेबाजी ने कोहली को कई रन बनाने में मदद की."
विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में कई शानदार साझेदारियां कीं. दोनों ने 83 पारियों में मिलकर 3513 रन जोड़े, जिसमें सात शतकीय और 18 अर्धशतकीय साझेदारियां शामिल हैं. इनकी सबसे यादगार साझेदारी 2016 में विशाखापट्टनम में इंग्लैंड के खिलाफ देखने को मिली, जब तीसरे विकेट के लिए दोनों ने 226 रनों की साझेदारी की. इस तरह की साझेदारियों ने भारतीय टीम को कई मैचों में मजबूती दी.
अश्विन ने पुजारा की तुलना मशहूर टीवी सीरीज 'गेम ऑफ थ्रोन्स' के किरदार 'व्हाइटवॉकर' से की. उन्होंने मज़ाक में कहा, "पुजारा मैदान पर धीरे-धीरे चलते हैं लेकिन कभी हार नहीं मानते. वह क्रीज पर डटकर बल्लेबाजी करते हैं, जैसे कोई व्हाइटवॉकर."