Mohammad Rizwan: पाकिस्तान क्रिकेट में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मोहम्मद रिजवान को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया और उनकी जगह तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को नया कप्तान नियुक्त किया. यह फैसला कई लोगों के लिए हैरान करने वाला है क्योंकि रिजवान को पिछले साल अक्टूबर में ही बाबर आजम की जगह वनडे कप्तान बनाया गया था. इस बीच पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी राशिद लतीफ ने इस फैसले के पीछे एक सनसनीखेज खुलासा किया है.
लतीफ का दावा है कि रिजवान ड्रेसिंग रूम में धार्मिक संस्कृति को अधिक बढ़ावा दिया था और इसी वजह से उनसे कप्तानी छीनी गई है. लतीफ ने इस फैसले के पीछे हेड कोच माइक हेसन का नाम लिया है और रिजवान की कप्तानी जाने का जिम्मेदार उन्हें ठहराया है.
राशिद लतीफ ने रिजवान की कप्तानी छिनने का जिम्मेदार पाकिस्तान के व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन को ठहराया है. लतीफ का दावा है कि रिजवान का फिलिस्तीन के समर्थन में खुलकर बोलना और उनकी धार्मिक गतिविधियां इस फैसले का कारण बनीं. एक सोशल मीडिया वीडियो में लतीफ ने कहा, "क्या सिर्फ इसलिए कि रिजवान ने फिलिस्तीन का झंडा उठाया, उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया? यह सोच आ गई है कि एक इस्लामिक देश में गैर-इस्लामिक कप्तान होना चाहिए."
लतीफ ने आगे कहा कि "माइक हेसन को ड्रेसिंग रूम में रिजवान की धार्मिक गतिविधियां पसंद नहीं आईं. उन्होंने बताया कि हेसन ऐसी संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं, जो रिजवान ने कप्तान के तौर पर ड्रेसिंग रूम में बढ़ावा दी थी. लतीफ ने यह भी कहा कि पहले के दिग्गज खिलाड़ी जैसे इंजमाम-उल-हक, सईद अनवर और सकलैन मुश्ताक के समय ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं दिया जाता था."
According to @iRashidLatif68 , Rizwan was removed from captaincy because he spoke for people of palestine and brought religious practices in the team which hesson didnt liked.#ShaheenAfridi #PakistanCricket #CricketTwitter pic.twitter.com/90fczaQaDb
— Lelelele (@deep_bett) October 20, 2025
मोहम्मद रिजवान ने कई मौकों पर फिलिस्तीन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है. इस साल अप्रैल में रिजवान ने अपनी पीएसएल फ्रेंचाइजी मुल्तान सुल्तांस के जरिए घोषणा की थी कि उनकी टीम का हर छक्का और विकेट फिलिस्तीनी चैरिटी के लिए 1 लाख पाकिस्तानी रुपये दान करेगा. इसके अलावा, 2023 में वनडे विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान की जीत को रिजवान ने "गाजा के भाइयों और बहनों" को समर्पित किया था.