क्रिकेट में तेज गेंदबाजों का एक खतरनाक हथियार है रिवर्स स्विंग, जो पुरानी गेंद से बल्लेबाजों को परेशान करने का काम करती है. ये खास तकनीक पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने शुरू की थी, जो बेजान पिचों पर भी विकेट निकाल लेते थे. पर इसे सीखना आसान नहीं, हर किसी के बस की बात नहीं.
समय के साथ, वन-डे मैचों में दो नई गेंदों के इस्तेमाल से रिवर्स स्विंग कम होती जा रही है. हाल ही में भारत के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने रिवर्स स्विंग के बारे में बताया और चौंकाने वाला खुलासा किया कि सभी टीमें गेंद से छेड़छाड़ करती थीं, लेकिन पाकिस्तान के खिलाड़ी थोड़ा ज्यादा!
प्रवीण ने एक यू-ट्यूब चैनल पर बताया "सब थोड़ा-बहुत करते हैं, वो (पाकिस्तान के गेंदबाज) थोड़ा ज्यादा करते हैं. मैंने सुना है. अब तो हर जगह कैमरे हैं, पहले सब करते थे. ये सबको पता है. गेंद के एक तरफ खरोंच देते थे, लेकिन ये कला समझनी भी पड़ती है. अगर मैं गेंद खरोंच कर दे दूं और किसी को दे दूं, तो उसके पास भी इसे रिवर्स स्विंग कराने का हुनर होना चाहिए. ये सीखना पड़ता है,".
इतना ही नहीं, प्रवीण ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों को झूठा भी बताया. उनके अनुसार ये खिलाड़ी सामने कुछ और करते हैं और पीछे कुछ और होते हैं. प्रवीण ने इस बात पर काफी जोर दिया कि पाकिस्तान के खिलाड़ी झूठे हैं.
बता दें, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिवर्स स्विंग का श्रेय पाकिस्तान के सरफराज नवाज को जाता है. ये कला बाद में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान को मिली और फिर इसे आगे बढ़ाया दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम और वकार यूनिस ने, जिन्हें दुनिया की सबसे घातक गेंदबाजी जोड़ी माना जाता है.
बात अगर प्रवीण कुमार की करें तो 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ वन-डे डेब्यू के बाद उन्होंने भारत के लिए 6 टेस्ट, 68 वन-डे और 10 टी-20 मैच खेले. 37 साल के इस गेंदबाज ने 2008 के कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ चार मैचों में सिर्फ 10 विकेट लेकर भारत को विदेश में ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
इसके अलावा, मेरठ में जन्मे इस क्रिकेटर के नाम छह टेस्ट मैचों में 27 विकेट भी दर्ज हैं, जिसमें लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/106 रन भी शामिल है.