Sachin Tendulkar: 27 मार्च का दिन क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के लिए बेहद खास है. इस दिन एक ऐसा फैसला लिया गया था, जिसने सचिन तेंदुलकर की किस्मत बदल दी. फिर रनों की बारिश हुई. रिकार्ड बने. इतिहास रचा और आज उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन हैं. आखिर क्या था वो फैसला, जिसके बाद सचिन तेंदुलकर रनमशीन बन गए. उन्होंने वनडे में एक के बाद एक कई रिकार्ड बनाए. चलिए विस्तार से जान लेते हैं.
दरअसल, बात आज से ठीक 30 साल पहले की है. साल था 1994 और तारीख थी 27 मार्च. टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर थी. टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन थे. आज ही के दिन सचिन ने वनडे में ओपनिंग की थी. उन्हें कप्तान अजहरुद्दीन ने नवजोत सिंह सिद्धू की जगह न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑककलैंड वनडे में ओपनिंग के लिए उतारा था. यह सचिन के करियर का 70वां मुकाबला था, जब वो पहली बार पारी का आगाज करने जा रहे थे. सिद्धू की गर्दन में तकलीफ थी, इसलिए कप्तान ने सचिन को ओपनिंग में मौका दिया था.
सचिन तेंदुलकर ने इस मौके को भुनाया और 49 गेंदों में 82 रनों की पारी खेल डाली. उनके बल्ले से 15 चौके और 2 छक्के निकले. सचिन की इस उम्दा पारी के दम पर टीम इंडिया ने 143 रनों के टारगेट को सिर्फ 23.3 ओवर में हासिल कर लिया. जीत के हीरो सचिन ही रहे, उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. अजहरुद्दीन का सचिन को ओपनिंग कराने वाला फैसला सटीक बैठा, इसके बाद सचिन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
सचिन तेंदुलकर ने 9 सितंबर 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे करियर की पहली सेंचुरी जमाई. उन्होंने 110 रनों की पारी खेली थी. उनका पहला शतक 79वें वनडे में आया था. इसके बाद उन्होंने अपने करियर में ओपनिंग करते हुए 334 वनडे खेले और 15310 रन बनाए. उनके बल्ले से 45 शतक निकले.
सचिन तेंदुलकर ने ओवरआल 463 वनडे खेले और 18,426 रन बनाए. उन्होंने 49 शतक जमाए थे. 200 टेस्ट में उनके नाम 15921 रन हैं. सचिन ने टेस्ट में 51 शतक, 6 दोहरे शतक और 68 फिफ्टी जमाई हैं.