स्पोर्ट्स: अगले साल 2026 में ICC T-20 विश्व कप खेला जाएगा, जिसकी मेजबानी भारत और श्रीलंका करेंगे. ICC T-20 विश्व कप 2026 का शेड्यूल आधिकारिक रूप से जारी कर दिया गया है. टूर्नामेंट का पहला मुकाबला 7 फरवरी व फाइनल मैच 8 मार्च को खेला जाएगा, जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच हाई- वोल्टेज मुकाबला 15 फरवरी को होगा.
अगले वर्ष होने वाले ICC T-20 विश्व कप के वेन्यू की भी घोषणा कर दी गई है. इस बार टूर्नामेंट में कुल 20 टीमें भाग लेंगी और भारत मौजूदा चैम्पियन के रूप में खेल में उतरेगा. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बताया कि पूरे टूर्नामेंट के लिए कुल 8 स्थानों को चुना गया है, जिनमें 5 मैदान भारत के और 3 मैदान श्रीलंका के होंगे.
The schedule for ICC Men’s @T20WorldCup 2026 is here! 📅
The matches and groups were unveiled at a gala event in Mumbai led by ICC Chairman @JayShah, and with new tournament ambassador @ImRo45 and Indian team captains @surya_14kumar and Harmanpreet Kaur in attendance.
✍️:… pic.twitter.com/fsjESpJPlE— ICC (@ICC) November 25, 2025Also Read
- T20 World Cup 2026: 15 फरवरी को होगा भारत-पाकिस्तान का मुकाबला, टी20 वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी
- T20 World Cup 2026: भारत के 5 और श्रीलंका के 3 मैदानों में होंगे टी20 वर्ल्ड कप के मैच, जानें किन मैदानों में होंगे मुकाबले
- T20 World Cup 2026 के ब्रांड एंबेसडर बने रोहित शर्मा, ICC अध्यक्ष जय शाह ने किया ऐलान
रिपोर्ट के अनुसार, एम. चिन्नास्वामी स्टेडिम को अगले साल होने वाले ICC T-20 विश्व कप के लिए नहीं चुना गया है. सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते चिन्नास्वामी स्टेडियम को ICC T-20 विश्व कप कार्यक्रम से बाहर कर दिया गया है. इस टूर्नामेंट के मुकाबले अरुण जेटली स्टेडियम( दिल्ली), ईडन गार्डन्स (कोलकाता), एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम (चेन्नई), नरेंद्र मोदी स्टेडियम (अहमदाबाद) और वानखेड़े स्टेडियम (मुंबई) मे खेले जाएंगे. यह फैसला तब लिया गया है, जब लंबे समय तक निलंबन के बाद यह स्टेडियम हाल ही में क्रिकेट के लिए फिर से खुला है.
आपको बता दें कि जून माह में एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ हुई थी, जिसमें करीब 11 लोगों की मौत व कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई थी. इस घटना के बाद स्टेडियम के आसपास सुरक्षा और संचालन संबंधी कई प्रतिबंध लगाए गए थे. इसके बाद कर्नाटक की फ्रैंचाइजी आधारित टी-20 लीग और महाराजा ट्रॉफी को बेंगलुरु से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था.
इस स्टेडियम को महिला एकदिवसीय विश्व कप के दौरान मैचों की मेजबानी की अनुमति नहीं दी गई थी, जिसके परिणाम स्वरूप बेंगलुरु को पांच निर्धारित मैच गंवाने पड़े, जिनमें पहला मैच, सेमीफाइनल और फाइनल मैच शामिल था, जो 2 नवंबर को आयोजित किया गया था.