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भारतीय टेस्ट टीम में कैसे जगह बना सकते हैं श्रेयस अय्यर? दिग्गज खिलाड़ी ने दिया गुरूमंत्र

Shreyas Iyer: श्रेयस अय्यर को भारत की टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है. ऐसे में इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी मॉन्टी पनेसर का मानना है कि श्रेयस को काउंटी क्रिकेट में खेलना चाहिए और उसके बाद ही वे टेस्ट टीम में वापसी कर सकते हैं.

Shreyas Iyer
Courtesy: Social Media

Shreyas Iyer: श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी का जलवा हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी और आईपीएल 2025 में देखने को मिला है लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में उनकी वापसी का रास्ता अभी मुश्किल दिख रहा है. इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मॉन्टी पनेसर ने श्रेयस को टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए एक खास सलाह दी है. 

पनेसर का मानना है कि अगर श्रेयस को टेस्ट क्रिकेट में वापसी करनी है, तो उन्हें काउंटी क्रिकेट खेलकर अपनी तकनीक को और निखारना होगा. बता दें कि श्रेयस ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में जमकर रन बनाए हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में  शामिल नहीं किया गया है. ऐसे में उन्हें एक अहम सलाह मिली है.

श्रेयस अय्यर को क्यों किया गया बाहर

श्रेयस अय्यर को पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले गए दूसरे टेस्ट के बाद भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था. आगामी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिली. उनकी जगह साई सुदर्शन को चुना गया, जिन्होंने काउंटी क्रिकेट में सरे के लिए दो सीजन में शानदार प्रदर्शन किया. पनेसर का मानना है कि श्रेयस की तकनीक में कुछ कमियां हैं, खासकर स्विंग और सीम गेंदबाजी के खिलाफ, जिसके चलते चयनकर्ताओं ने अन्य खिलाड़ियों को मौका दिया.

श्रेयस को काउंटी क्रिकेट खेलने की सलाह

मॉन्टी पनेसर, जिन्होंने 50 टेस्ट में 167 विकेट लिए हैं, ने कहा कि श्रेयस की बल्लेबाजी सपाट और उछाल वाली पिचों पर तो शानदार है, लेकिन स्विंग और सीम गेंदबाजी के सामने उनकी तकनीक कमजोर पड़ती है. उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, "श्रेयस की तकनीक स्विंग गेंदों के खिलाफ उतनी प्रभावी नहीं है. उनके हाथों में नरमी की कमी है, और वह गेंद को देर से खेलने के बजाय उस पर जल्दी आक्रमण करते हैं."

टेस्ट क्रिकेट में श्रेयस का रिकॉर्ड

श्रेयस ने अब तक 14 टेस्ट मैचों में 811 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं. उनका औसत 36.86 रहा है. हालांकि, स्विंग और सीम गेंदबाजी के खिलाफ उनकी कमजोरी कई बार सामने आई है. अगर वह पनेसर की सलाह पर अमल करते हैं और काउंटी क्रिकेट में अपनी तकनीक को निखारते हैं, तो भारतीय टेस्ट टीम में उनकी वापसी का रास्ता आसान हो सकता है.