Sunil Gavaskar: 14 सितंबर को एशिया कप 2025 का चौथा मैच भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हुआ. हालांकि भारत में इस मैच का काफी विरोध हुआ था, फिर भी बीसीसीआई ने इसे मैच को आयोजित कराया. भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले ज्यादातर मैच की तरह इस मैच में भी भारत की जीत हुई.
हालांकि, इस मैच के बाद भी इसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान और 1983 विश्व कप विजेता सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव को एक अहम सलाह दी.
अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में ओमान के खिलाफ ग्रुप-ए के आखिरी मुकाबले और रविवार को होने वाले सुपर-4 के पाकिस्तान के खिलाफ मैच में स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को आराम देने की वकालत की है. गावस्कर का मानना है कि इससे बुमराह 28 सितंबर को होने वाले एशिया कप फाइनल के लिए तरोताजा रहेंगे.
बुमराह को आराम की जरूरत
सोनी ब्रॉडकास्टर्स से बातचीत में गावस्कर ने कहा, "मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह को ओमान और शायद पाकिस्तान के खिलाफ भी आराम देना चाहिए, ताकि वे 28 सितंबर को होने वाले बड़े मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार रहें." बुमराह ने एशिया कप में अब तक दो मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने यूएई और पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट लिए.
हालांकि, उनकी गेंदबाजी में थोड़ी जंग दिखी है. गावस्कर का सुझाव है कि इस समय बल्लेबाजों को अधिक अभ्यास का मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा, "ओमान के खिलाफ मैच में भारत को पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए, ताकि बल्लेबाजों को उपयोगी समय मिले."
बल्लेबाजों को मौका देने का समय
गावस्कर ने सुझाव दिया कि कप्तान सूर्यकुमार यादव को बल्लेबाजी क्रम में नीचे आना चाहिए, ताकि संजू सैमसन और तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ियों को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी का मौका मिले. सैमसन, जो नंबर 5 पर नई भूमिका में हैं, को अभी तक बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला है.
गावस्कर ने कहा, "सूर्यकुमार को खुद को नीचे करना चाहिए, ताकि तिलक और सैमसन को बल्लेबाजी का समय मिले. यह न केवल पाकिस्तान के खिलाफ, बल्कि सुपर-4 में श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले मुकाबलों की तैयारी के लिए भी महत्वपूर्ण है."
बुमराह की फॉर्म और रणनीति
31 वर्षीय बुमराह ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट में से तीन में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने दो बार पांच विकेट लिए. हालांकि, उनकी मौजूदा फॉर्म में निरंतरता की कमी दिखी है. गावस्कर का मानना है कि नियमित खेल समय उनकी लय को वापस लाने में मदद करेगा, लेकिन फिलहाल प्राथमिकता बल्लेबाजों को तैयार करने की होनी चाहिए.