मैनचेस्टर टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने शानदार अंदाज़ में अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया. हैरी ब्रूक की गेंद पर उन्होंने आगे बढ़कर जोरदार छक्का जड़ा और शतक तक पहुंचते ही बल्ला एक हाथ में और हेलमेट दूसरे में उठाकर ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करते हुए जश्न मनाया.
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत-इंग्लैंड के चौथे टेस्ट के पांचवें दिन, रवींद्र जडेजा ने एक बार फिर साबित किया कि वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्होंने दबाव की स्थिति में शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का पांचवां टेस्ट शतक जड़ा और भारत को मैच ड्रॉ की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाई.
पहले सत्र की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, जडेजा ने संयम नहीं खोया. उन्होंने पहले गेंदबाजों का डटकर सामना किया और फिर धीरे-धीरे लय में आते हुए शानदार स्ट्रोक्स लगाए. इस पारी में उनका आत्मविश्वास और धैर्य साफ झलक रहा था. जैसे लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने निचले क्रम के साथ मिलकर टीम को संकट से निकाला था, वैसी ही हिम्मत और क्लास उन्होंने मैनचेस्टर में भी दिखाई.
इस शानदार प्रदर्शन के साथ जडेजा ऐसे पहले भारतीय बन गए हैं जिन्होंने 23 वर्षों में नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए किसी टेस्ट सीरीज़ में 400 से अधिक रन बनाए हैं.