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गुवाहाटी में बदलेगी अंग्रेजों की परंपरा, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा ऐसा

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुवाहाटी में खेला जा रहा है. इस मुकाबले में अंग्रेजों की परंपरा टूटने वाली है और बीसीसीआई ने नियम बदल दिए हैं.

India Cricket Team
Courtesy: @BCCI

गुवाहाटी: टेस्ट क्रिकेट की 148 साल पुरानी परंपरा में पहली बार कुछ ऐसा होने जा रहा है जो अब तक कभी नहीं हुआ. गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम में 22 नवंबर 2025 से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच शुरू हो रहे टेस्ट मैच में लंच और टी ब्रेक का क्रम पूरी तरह उलट दिया गया है. 

यानी पहले टी ब्रेक और उसके बाद लंच ब्रेक लिया जाएगा. यह बदलाव इतिहास में पहली बार हो रहा है. इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में ऐसा कभी नहीं हुआ है लेकिन अब सालों से चली आ रही ये परंपरा टूट जाएगी.

सदियों पुरानी अंग्रेजी परंपरा क्यों टूटी?

टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई थी. उस समय से लेकर आज तक दुनिया भर में टेस्ट मैचों में एक फिक्स्ड पैटर्न रहा है.  पहला सेशन खेलने के बाद लंच ब्रेक. दूसरा सेशन के बाद टी ब्रेक. तीसरा सेशन के बाद दिन का खेल खत्म.

पिंक बॉल टेस्ट में भी यही पैटर्न रहता है बस नाम बदल जाते हैं लंच की जगह डिनर और टी की जगह आफ्टरनून टी. लेकिन गुवाहाटी टेस्ट में यह सिलसिला टूटने जा रहा है.

असली वजह पूर्वोत्तर का जल्दी अंधेरा होना

गुवाहाटी पूर्वोत्तर भारत में स्थित है. यहां सूरज सामान्य से काफी जल्दी डूब जाता है. नवंबर के महीने में शाम 4:30-5 बजे के आसपास ही अच्छी रोशनी नहीं रहती. अगर पुराने टाइम टेबल से मैच खेला जाता तो आखिरी सेशन में रोशनी की कमी के कारण खेल जल्दी रोकना पड़ता और ओवर कम हो जाते.

नया टाइम टेबल कुछ इस तरह है-

  • मैच सुबह 9:00 बजे शुरू (पहले की तरह 9:30 नहीं)  
  • पहला सेशन: 9:00 से 11:00 बजे तक (2 घंटे)  
  • टी ब्रेक: 11:00 से 11:20 तक (20 मिनट)  
  • दूसरा सेशन: 11:20 से 1:20 तक (फिर 2 घंटे)  
  • लंच ब्रेक: 1:20 से 2:00 तक (40 मिनट)  
  • तीसरा सेशन: 2:00 से 4:00 बजे तक

यह बदलाव कितना बड़ा है?

टेस्ट क्रिकेट के पूरे इतिहास में कभी भी ब्रेक का क्रम नहीं बदला गया था. न गर्मी में न बारिश में न ही किसी खास मौसम की वजह से. हालांकि, पहली बार पूर्वोत्तर भारत के मौसम ने 148 साल पुरानी अंग्रेजी परंपरा को बदलने पर मजबूर कर दिया.

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