लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल भले ही अपने बल्ले से बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे, लेकिन उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है. गिल ने इस मैच में पहली पारी में 16 और दूसरी पारी में 6 रन बनाए, लेकिन इन 22 रनों ने उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के 23 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने में मदद की. यह रिकॉर्ड था इंग्लैंड की धरती पर एक टेस्ट सीरीज में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन बनाने का, जिसे न तो सचिन तेंदुलकर और न ही विराट कोहली तोड़ पाए थे.
साल 2002 में राहुल द्रविड़ ने सौरव गांगुली की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने 6 पारियों में 100.33 की औसत से कुल 602 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल था. उनका सर्वोच्च स्कोर 217 रन था, जो उन्होंने ओवल टेस्ट में बनाया था. इस पारी में द्रविड़ ने लगभग 11 घंटे क्रीज पर बिताए और सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के साथ लंबी साझेदारियां की थीं. यह रिकॉर्ड इतना मजबूत था कि पिछले 23 सालों में कोई भी भारतीय बल्लेबाज इसे तोड़ने के करीब भी नहीं पहुंच सका था.
गिल ने रचा इतिहास
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में पहले दो टेस्ट मैचों में ही अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था. लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में उन्होंने 147 रन बनाए, जबकि एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में उनकी 269 और 161 रनों की पारियों ने सभी को प्रभावित किया. इन पारियों की बदौलत गिल ने दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में कुल 585 रन बनाए थे और वह द्रविड़ के रिकॉर्ड से केवल 18 रन दूर थे. लॉर्ड्स टेस्ट में गिल ने पहली पारी में 16 रन बनाकर विराट कोहली (593 रन, 2018) को पीछे छोड़ा और दूसरी पारी में 6 रन जोड़कर कुल 607 रन बनाए, जिसके साथ उन्होंने द्रविड़ के 602 रनों के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया.
इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय
607 - शुभमन गिल (2025)*
602 - राहुल द्रविड़ (2002)
593 - विराट कोहली (2018)
542 - सुनील गावस्कर (1979)
461 - राहुल द्रविड़ (2011)
428 - सचिन तेंदुलकर (1996)