ENG vs IND 4th Test: मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय टीम मुश्किल में है. इंग्लैंड ने पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाकर 200 रनों के करीब बढ़त हासिल कर ली है. भारत की पहली पारी 358 रनों पर सिमट गई थी. इस बीच भारतीय प्रशंसकों के मन में एक सवाल बार-बार उठ रहा है कि आखिर विश्व स्तरीय स्पिनर कुलदीप यादव को इस सीरीज में अब तक एक भी मैच में मौका क्यों नहीं मिला?
मैनचेस्टर में स्पिनर्स को तीसरे दिन मदद मिल रही थी और ऐसे समय में कुलदीप अंग्रेजों के लिए काल बन सकते थे. हालांकि, उन्हें अब तक इस सीरीज में मौका नहीं दिया गया है और इसी वजह से सवाल उठाए जा रहे हैं.
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के इस पांच मैचों की सीरीज में भारत ने बल्लेबाजी ऑलराउंडरों को प्राथमिकता दी है. कुलदीप यादव जैसे कलाई के स्पिनर, जिनसे उम्मीद थी कि वे अपनी फिरकी से इंग्लैंड के आक्रामक 'बैजबॉल' रणनीति को रोकेंगे, को लगातार बेंच पर बैठना पड़ रहा है.
मोर्केल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि टीम मैनेजमेंट बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बल्लेबाजों को चुन रहा है. उन्होंने कहा, “हम बल्लेबाजी में गहराई चाहते हैं. कुलदीप विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और शानदार फॉर्म में हैं, लेकिन टीम का संतुलन बनाए रखने के लिए बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी जा रही है.”
मोर्केल ने बताया कि भारत का लक्ष्य है कि वे 400 से ज्यादा रनों का स्कोर बनाएं, खासकर इंग्लैंड के खिलाफ, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. इंग्लैंड की सपाट पिचों पर बड़े स्कोर की जरूरत होती है, और इसके लिए भारत बल्लेबाजी में अतिरिक्त सुरक्षा चाहता है. मोर्केल ने कहा, “हमें बोर्ड पर रन चाहिए. इंग्लैंड की बल्लेबाजी शैली को देखते हुए, हमें बल्लेबाजी में मजबूती चाहिए ताकि हम बड़े स्कोर बना सकें.”
मोर्केल ने साफ किया कि कुलदीप को मौका तभी मिल सकता है, जब शीर्ष छह बल्लेबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन करें. मोर्केल ने कहा, “हम कुलदीप को मौका देना चाहते हैं, लेकिन अभी बल्लेबाजी की जरूरत को देखते हुए संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण है.”