ENG vs IND: लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल के फैसलों पर सवाल उठ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर और भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने रविंद्र जडेजा की बल्लेबाजी को तो सराहा, लेकिन हार का ठीकरा गिल की कप्तानी पर फोड़ा. चैपल का मानना है कि जडेजा की रक्षात्मक रणनीति के पीछे गिल का स्पष्ट निर्देश न देना एक बड़ी वजह थी.
लॉर्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन भारत को 193 रनों का पीछा करना था. रविंद्र जडेजा ने निचले क्रम के साथ मिलकर भारत की उम्मीदें जिंदा रखीं. जडेजा ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ साझेदारी करते हुए सधी हुई बल्लेबाजी की और टेलएंडर्स को ज्यादा से ज्यादा गेंदबाजी से बचाया. हालांकि, चैपल ने कहा कि जडेजा ने जरूरत से ज्यादा रक्षात्मक रवैया अपनाया.
ग्रेग चैपल ने अपनी टिप्पणी में कहा कि जडेजा की रणनीति के लिए कप्तान शुभमन गिल भी उतने ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइंफो में अपने कॉलम में लिखा, "जडेजा ने टेलएंडर्स को बचाने का अच्छा काम किया, लेकिन वह आखिरी मान्यता प्राप्त बल्लेबाज थे. भारत को जीत के लिए जोखिम उठाने की जरूरत थी. जडेजा का काम गेंद छोड़ना या सिंगल लेना नहीं था, बल्कि मैच जीतना था. यह स्पष्टता ड्रेसिंग रूम से, खासकर कप्तान गिल से आनी चाहिए थी."
चैपल ने सुझाव दिया कि गिल को जडेजा को साफ तौर पर कहना चाहिए था कि वह जीत के लिए आक्रामक खेल दिखाएं और टेलएंडर्स का काम सिर्फ उनका साथ देना है.
चैपल ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का उदाहरण देते हुए उनकी 2019 में लीड्स टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई शानदार पारी का जिक्र किया. स्टोक्स ने उस मैच में टेलएंडर्स के साथ मिलकर आक्रामक बल्लेबाजी की और इंग्लैंड को असंभव जीत दिलाई.
चैपल ने कहा, "स्टोक्स ने उस पारी में खुद पर भरोसा किया और यह जानते हुए खेला कि उनकी टीम और कप्तानी उनका समर्थन करेगी. भारत को भी ऐसी मानसिकता की जरूरत थी लेकिन गिल जडेजा को यह भरोसा नहीं दे पाए."