Navdeep Singh: नवदीप सिंह...ये नाम आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है. भारत के इस पैरा जैवलिन थ्रोअर ने पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है. नवदीप सिंह इस वक्त सोशल मीडिया सेंशन बने हुए हैं. हालांकि इस मुकाम तक पहुंचा उनके लिए आसान नहीं था. बौनेपन के चलते लोगों ने उन्हें खूब ताने मारे. समाज में भेदभाव भी झेला, लेकिन नवदीप डटे रहे और मेहनत कर रहे और पैरालंपिक 2024 में एफ41 कैटेगरी में 47.32 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड पर कब्जा किया और देश की शान बन गए.
नवदीप सिंह ने शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर अपने अतीत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि कैसे कुछ लोगों ने उनसे यह तक कह दिया था कि तुमको आत्महत्या कर लेनी चाहिए. लोग नवदीप की क्षमता को कमतर आंकते थे और तरह-तरह के ताने मारते थे.
नवदीप ने बताया कहां से मिलती है हिम्मत
नवदीप सिंह ने कहा 'आपको क्या लगता है हमें हौसला कहां से आती है? जब वो बोलते हैं कि तू कुछ नहीं कर सकता. इससे अच्छा तो तू आत्महत्या कर ले. ये क्या जीवन है तेरा. नवदीप को इस तरह शब्द सहने पड़े थे. लोगों की इन क्रूर बातों से टूटने की बजाय नवदीप अपने लक्ष्य पर डटे रहे और कड़ी मेहनत के दम पर जैवलिन में झंडा गाड़ दिया. नवदीप ने तरह-तरह के ताने सुने और अपनी सफलता से आलोचकों को करारा जवाब दिया.
एक ये खिलाड़ी है #NavdeepSingh जो जिंदगी भर अभाव से लड़ा... जो जिंदगी भर ताने सुनता रहा #तिरस्कार और #अपमान का घूँट पीता रहा.... लेकिन इसने हार नहीं मानी.#नवदीपसिंह पिछले Paralympic में चौथे स्थान पर आए..खूब मेहनत की और इस बार Gold जीता.
— Dr. JACKOL (@sunnypandey066) September 14, 2024
ये भी #हरियाणा से ही हैं... इनके पिता… pic.twitter.com/CEtOFM6hvT
पिता को याद कर भावुक हुए नवदीप सिंह
नवदीप सिंह अपने दिवंगत पिता के बारे में चर्चा करते हुए भी भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि इस सफर में उनके पिता का अहम रोल रहा. उन्हीं के समर्थन की बदौलत आज नवदीप इस मुकाम पर हैं. नवदीप ने बताया कि शुरूवात उन्होंने करवायी थी. हर जगह साथ थे. हालांकि अब वो अपने बेटे की सफलता को देखने के लिए जीवित नहीं हैं. ये कहते हुए नवदीप की आंखों से आंसू निकल गए.