भारत को लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन खेल समाप्त होने से पहले तगड़ा झटका लगा जब शानदार फॉर्म में चल रहे कप्तान शुभमन गिल आउट हो गए. इंग्लैंड के खेमे में इसकी खुशी साफ नजर आ रही थी. 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम का स्कोर 42 रन पर तीन विकेट था. इसके बाद भारत ने नाइटवॉचमैन के तौर पर तेज गेंदबाज आकाशदीप को बल्लेबाजी के लिए भेजा जो कि आमतौर पर सभी टीमें ऐसी परिस्थिति में करती है.
टीम इंडिया ऋषभ पंत को खोने का जोखिम नहीं लेना चाहती थी. आकाशदीप की बात करें तो भले ही वो आउट गए लेकिन केएल राहुल को उन्होंने किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ. खेल खत्म होने से दो गेंद पहले आकाशदीप के तौर पर टीम इंडिया ने चौथा विकेट ज़रूर गंवा दिया. पंत को नहीं भेजने का फैसला कितना सही था ये तो वक्त बताएगा लेकिन भारत के आक्रामक विकेटकीपर के बारे में पूर्व ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने ब़ड़ा खुलासा किया.
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल में बताया कि पंत को मैच के आखिरी क्षणों में बल्लेबाज़ी करना पसंद नहीं करते हैं. उन्होंने एक वाकया शेयर करते हुए कहा कि आपको मीरपुर टेस्ट याद होगा जब भारत जीत के लिए लगभग 140 रनों का पीछा कर रहा था. मैं बॉलिंग के बाद ड्रेसिंग रूम में आराम कर रहा था. वहां काफी गर्मी और उमस थी. उस समय पंत ने कोच राहुल भाई से कह, 'मैं बल्लेबाजी करने नहीं जा रहा हूं.' भारत के दो विकेट गिर चुके थे. जब अगला विकेट गिरा और चौथे नंबर के बल्लेबाज के तौर पर पहले अक्षर पटेल और फिर जयदेव उनादकट को नाइटवॉचमैन के रूप में मैदान पर भेजना पड़ा.
पूर्व स्पिनर ने पंत की जगह आकाशदीप को भेजने के भारत के फैसले को सही बताया. पंत जिस तरह इंग्लैंड में बल्लेबाजी कर रहे हैं वैसे में उनकी भूमिका लक्ष्य का पीछा करते समय महत्वपूर्ण हो जाती है. उन्होंने पंत के बारे में बताया कि उन्हें दिन के आखिरी 30-40 मिनट में बल्लेबाजी करना पसंद नहीं है. लेकिन जब आप आकाशदीप जैसे बल्लेबाज को भेजते हैं और फिर वह आउट हो जाता है, तो यह आपको और भी मुश्किल स्थिति में डाल देता है.
अश्विन ने एक और वाकया शेयर करते हुए बताया कि जब हम न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेल रहे थे, तब भी यही हुआ था. जब विराट कोहली आउट हुए, तो पंत जाने के मूड में नहीं थे. फिर हमें सिराज को उतारना पड़ा. जब वो आउट हो गए तो तो फिर से एक अच्छे बल्लेबाज को आउट होना पड़ा. हालांकि रविवार को आकाशदीप के आउट होने के साथ ही दिन का खेल खत्म करने का ऐलान हुआ. भारत को पांचवें दिन 135 रन जीतने के लिए चाहिए और 6 विकेट हाथ में हैं.