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India Daily

ENG vs IND: बेन स्टोक्स की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज ड्रॉ कर सका भारत! वॉशिंगटन सुंदर का हैरान करने वाला खुलासा

ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज ड्रॉ रही थी. ऐसे में इस सीरीज के चौथे मुकाबले के दौरान हाथ मिलाने का ड्रामा हुआ था और अब इसको लेकर वॉशिंगटन सुंदर ने बड़ा खुलासा किया है.

Washington Sundar
Courtesy: Social Media

ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार सीरीज के रूप में दर्ज हो गई. यह सीरीज शुभमन गिल की कप्तानी में भारत की पहली टेस्ट सीरीज थी. 

इस सीरीज में वॉशिंगटन सुंदर ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया. अब सुंदर ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के दौरान हुए 'हैंडशेक विवाद' ने भारत को आखिरी टेस्ट जीतने के लिए प्रेरित किया.

चौथे टेस्ट में क्या हुआ था?

मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 669 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और भारत पर 311 रनों की बढ़त हासिल की. भारत की पहली पारी 358 रनों पर सिमट गई थी. दूसरी पारी में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और पहली ही ओवर में दो विकेट बिना रन बनाए गिर गए. सभी को लग रहा था कि भारत यह मैच हार जाएगा लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी. 

शुभमन गिल ने 101 और केएल राहुल ने 93 रनों की शानदार पारियां खेलकर भारत को मुकाबले में वापस ला दिया. लेकिन असली कमाल वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा की जोड़ी ने किया, जिन्होंने नाबाद 203 रनों की साझेदारी करके मैच को ड्रॉ की ओर ले गए. दोनों ने इस दौरान शतक भी जड़े.

बेन स्टोक्स का 'हैंडशेक' विवाद

जब जडेजा 90 और सुंदर 80 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने खेल खत्म करने के लिए दोनों बल्लेबाजों को हैंडशेक का प्रस्ताव दिया क्योंकि मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था. लेकिन सुंदर और जडेजा ने इसे ठुकरा दिया क्योंकि वे अपने-अपने शतक पूरे करना चाहते थे. 
सुंदर का खुलासा: विवाद बना प्रेरणा

विस्डन के साथ बातचीत में वॉशिंगटन सुंदर ने बताया कि इस हैंडशेक विवाद ने भारतीय टीम को आखिरी टेस्ट में जीत के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा, "हां, बिल्कुल, उस विवाद ने हमें आखिरी टेस्ट जीतने के लिए प्रेरित किया. टेस्ट क्रिकेट में आप हर दिन चुनौतियों का सामना करना चाहते हैं. जब हालात मुश्किल हो जाते हैं, तो दिमागी तौर पर मजबूत रहकर ही आप उनसे पार पा सकते हैं."