भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हुई है. युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया. विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास के बाद गिल के कंधों पर भारतीय टेस्ट क्रिकेट की दशा-दिशा तय करने की बड़ी जिम्मेदारी है. इस महत्वपूर्ण मौके पर भारतीय टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ियों में से एक, केएल राहुल ने जिस तरह शुभमन गिल का समर्थन किया और उन्हें मार्गदर्शन दिया, वह न केवल दिल जीतने वाला है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सच्चा सीनियर खिलाड़ी कैसा होता है.
शुभमन गिल की टेस्ट कप्तानी की घोषणा के तुरंत बाद, केएल राहुल ने उनसे संपर्क कर हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया. राहुल जो खुद भारत के लिए टेस्ट कप्तान रह चुके हैं और अपनी कप्तानी में तीन में से दो टेस्ट मैचों में जीत हासिल कर चुके हैं ने गिल को न केवल प्रोत्साहन दिया, बल्कि कप्तानी की चुनौतियों से निपटने के लिए बेबाक और बेशकीमती सलाह भी दी.
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के साथ बातचीत में राहुल ने बताया, जब शुभमन को कप्तान बनाए जाने का ऐलान हुआ, मैंने तुरंत उनसे बात की. मैंने कहा कि मैं हर वक्त तुम्हारे लिए उपलब्ध हूं. अगर तुम्हें किसी भी तरह की मदद मार्गदर्शन या बातचीत की जरूरत हो, तो मैं हमेशा मौजूद हूं. लेकिन मेरा मानना है कि एक कप्तान के तौर पर तुम्हें अपने साथी खिलाड़ियों को उनका स्पेस देना होगा. यह बेहद जरूरी है.
शुभमन गिल की चुनौती
शुभमन गिल अपनी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, अब कप्तान के रूप में अपनी नेतृत्व क्षमता साबित करने की राह पर हैं. 26 साल की उम्र में टेस्ट कप्तानी का दायित्व मिलना उनके लिए एक बड़ा अवसर है, लेकिन इसके साथ कई चुनौतियां भी हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में गिल की अगुवाई में भारतीय टीम को कड़ा इम्तिहान देना होगा. ऐसे में, राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी का समर्थन और मार्गदर्शन उनके लिए अमूल्य साबित हो सकता है.