Shakib Al Hasan: बांग्लादेश के स्टार क्रिकेटर और पूर्व अवामी लीग सांसद शाकिब अल हसन एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. ढाका की एक कोर्ट ने शाकिब और 15 अन्य लोगों पर भ्रष्टाचार के एक मामले में विदेश यात्रा पर रोक लगा दी है. यह मामला शाकिब के कथित तौर पर स्टॉक मार्केट में अनुचित तरीके से निवेश और धन की हेराफेरी से जुड़ा है.
ढाका मेट्रोपॉलिटन सीनियर स्पेशल जज मोहम्मद जाकिर हुसैन ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) की दो याचिकाओं पर सुनवाई के बाद यह आदेश जारी किया. एसीसी ने अपनी याचिका में दावा किया कि शाकिब और उनके साथियों ने स्टॉक मार्केट नियमों का उल्लंघन करते हुए कई करोड़ टका का निवेश किया.
आयोग के मुताबिक, शाकिब और अन्य आरोपियों ने 8.97 करोड़ और 4.48 करोड़ टका की लेनदेन की, जिसका मकसद धन की हेराफेरी था. यह माइक्रोक्रेडिट कानून की धारा 19(1) और नियम 24(3) का उल्लंघन माना गया.
एसीसी के असिस्टेंट डायरेक्टर सज्जाद हुसैन और डिप्टी डायरेक्टर मोहम्मद रकनुज्जमां ने याचिका दायर कर शाकिब और अन्य आरोपियों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की मांग की थी, ताकि वे देश छोड़कर न भाग सकें. कोर्ट ने इस मांग को स्वीकार करते हुए शाकिब सहित 16 लोगों को अगले आदेश तक बांग्लादेश छोड़ने पर रोक लगा दी.
38 वर्षीय शाकिब अल हसन बांग्लादेश के सबसे बड़े क्रिकेट सितारों में से एक हैं, लेकिन विवादों से उनका पुराना नाता रहा है. हाल ही में, दिसंबर 2024 में सरे के लिए खेलते समय उनकी गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठे थे. हालांकि, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने उनकी गेंदबाजी को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद शाकिब ने मई 2025 में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में वापसी की लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा.
शाकिब ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में क्रिकेट से संन्यास लेने की योजना बनाई थी, लेकिन बांग्लादेश में अवामी लीग सरकार के पतन और राजनीतिक उथल-पुथल ने उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया. शाकिब, जो अवामी लीग के सांसद भी थे, को चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए बांग्लादेश टीम में भी शामिल नहीं किया गया.