menu-icon
India Daily

Asia Cup 2025: 'हैंडशेक' विवाद में पाकिस्तान की हुई बड़ी जीत, मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को लेकर ICC ने मारा यू-टर्न

Asia Cup 2025: भारत और पाकिस्तान के मैच के दौरान हैंडशेक विवाद की वजह से पाक ने एशिया कप 2025 का बॉयकॉट करने की बात कही थी. हालांकि, अब उनकी मांग को पूरा कर दिया गया है और मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटा दिया गया है.

Mohsin Naqvi Andy Pycraft
Courtesy: Social Media

Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हाई-प्रोफाइल मुकाबले के बाद उपजे 'हैंडशेक' विवाद ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी. इस विवाद के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर दबाव बनाया और आखिरकार ICC को अपने फैसले में बदलाव करना पड़ा. इससे पहले आईसीसी ने पाकिस्तान की मांग को खारिज कर दिया था लेकिन अब उसे मान लिया गया है.

पाकिस्तान के अगले मुकाबले में मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाकर रिची रिचर्डसन को नियुक्त किया गया है. यह PCB के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है. भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को हुए मैच के बाद मैदान पर तनाव साफ दिखाई दिया. भारतीय खिलाड़ियों ने पाहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत का शोक व्यक्त करते हुए पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. इस घटना ने दोनों बोर्ड्स के बीच तनाव को और बढ़ा दिया. 

PCB की शिकायत और ICC का यू-टर्न

शुरुआत में ICC ने PCB की मांग को ठुकरा दिया था. ICC के जनरल मैनेजर वसीम खान, जो पहले PCB के CEO रह चुके हैं, ने इस जवाब पर हस्ताक्षर किए थे. इससे मामला और उलझ गया. लेकिन PCB ने हार नहीं मानी और लगातार दबाव बनाए रखा.

आखिरकार बंद कमरे में हुई बातचीत के बाद ICC ने एक बीच का रास्ता निकाला. नतीजतन पाकिस्तान के अगले मैच में यूएई के खिलाफ एंडी पाइक्रॉफ्ट की जगह रिची रिचर्डसन को मैच रेफरी नियुक्त किया गया. यह फैसला PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ, जो पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं.

टूर्नामेंट से हटने की थी आशंका

विवाद के दौरान ऐसी अफवाहें थीं कि अगर ICC उनकी मांगें नहीं मानता, तो PCB टूर्नामेंट से हट सकता है. अगर ऐसा होता, तो PCB को करीब 16 मिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता था, जो उनके लिए बड़ा झटका होता. खासकर तब, जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) जैसे मजबूत बोर्ड्स की तुलना में PCB की आर्थिक स्थिति कमजोर है. हालांकि, समझौते के बाद यह खतरा टल गया.