menu-icon
India Daily

IND W vs AUS W: सेमीफाइनल मुकाबले से पहले भारत के लिए खुशखबरी, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली हुईं बाहर!

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाना है. इस मुकाबले के लिए कप्तान एलिसा हीली पर सस्पेंस बना हुआ है और वे बाहर हो सकती हैं.

Alyssa Healy
Courtesy: X

नई दिल्ली: महिला वनडे विश्व कप में सेमीफाइनल से पहले भारतीय टीम के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. ऑस्ट्रेलिया की कप्तान और स्टार बल्लेबाज एलिसा हीली चोट के कारण शायद इस महत्वपूर्ण मुकाबले में नहीं खेल पाएंगी. 

यह खबर भारतीय खेमे के लिए उत्साह बढ़ाने वाली है क्योंकि हीली की अनुपस्थिति ऑस्ट्रेलिया की ताकत को कमजोर कर सकती है. बता दें कि इससे पहले लीग स्टेज मुकाबले में हीली ने शतकीय पारी खेलकर भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई.

एलिसा हीली की चोट ने बढ़ाई ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें

एलिसा हीली पिछले कुछ मैचों से ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा नहीं रही हैं. इंग्लैंड के खिलाफ 22 अक्टूबर को हुए मुकाबले के बाद से वह मैदान पर नहीं उतरी हैं. बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान ट्रेनिंग सेशन में उन्हें बछड़े की मांसपेशियों में खिंचाव आया था, जिसके बाद से वह रिकवरी की प्रक्रिया में हैं. 

ऑस्ट्रेलिया के कोच ने दी जानकारी

ऑस्ट्रेलियाई कोच शेली नित्शके ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हीली की फिटनेस पर अभी भी नजर रखी जा रही है, लेकिन सेमीफाइनल में उनके खेलने की संभावना कम दिख रही है.

नित्शके ने कहा, "एलिसा की स्थिति का आकलन किया जा रहा है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि वह सेमीफाइनल तक फिट हो जाएंगी, लेकिन अभी कुछ दिन बाकी हैं. हम उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं." कोच के बयान से साफ है कि ऑस्ट्रेलिया को अभी भी अपनी कप्तान के खेलने पर अनिश्चितता बनी हुई है.

हीली की शानदार फॉर्म थी चुनौती

एलिसा हीली इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की सबसे मजबूत बल्लेबाजों में से एक रही हैं. उन्होंने भारत और बांग्लादेश के खिलाफ लगातार दो शतक जड़े थे. खास तौर पर भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मुकाबले में उनकी 142 रनों की शानदार पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 331 रनों का रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल करने में मदद की थी. 

उस मैच में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला था. उनकी यह फॉर्म भारतीय गेंदबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन अब उनकी अनुपस्थिति भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.