नई दिल्ली. अनहेल्दी लाइफस्टाइल और प्रदूषण आदि के कारण स्किन में कई सारी समस्याएं हो जाती है. इन सभी के साथ ही स्किन की एक सबसे बड़ी समस्या समय से पहले बढ़ती उम्र के लक्षणों को दिखना है. हर कोई चाहता है कि वह खूबसूरत दिखे. इस कारण वह कई स्किन संबंधी समस्याओं के लिए कई सारे मार्केट प्रोडक्ट्स का यूज करता है.
ये प्रोडक्ट्स कई सारे केमिकल्स से मिलकर बने होते हैं. इस कारण इनका यूज करने से स्किन को कई सारे नुकसान होते हैं. स्किन की समस्याओं से निजात पाने के लिए आपकों प्राकृतिक उपायों को यूज करना चाहिए. प्राकृतिक उपायों से स्किन की समस्याएं दूर हो जाती हैं और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है.
अदरक- इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं. इसके लिए आप दो बड़ी चम्मच जैतून के तेल में चार बड़ी चम्मच ब्राउन शुगर मिलाएं. इसमें एक बड़ी चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर मिलाएं. इसके बाद आप अपने चेहरे को माइल्ड क्लींजर से साफ करके इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं. इससे करीब 10 मिनट तक स्क्रब करें. अंत में चेहरे को पानी से धो लें.
दालचीनी- दालचीनी में एंटी-एजिंग गुण होते हैं. जो कोलेजन के स्तर को बढ़ाकर बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. इसके लिए आप एक चम्मच दालचीनी पाउडर में एक बड़ी चम्मच शहद मिलाएं. अब इसे फेस पर लगा लें. इसके 15 मिनट बाद फेस को वॉश कर लें.
तुलसी- तुलसी की पत्तियों को गर्म पानी में भिगोकर उसका पेस्ट बना लें. इसके बाद इस पेस्ट को बेसन और शहद के साथ मिलाएं. अब इस मिश्रण को कुछ देर के लिए चेहरे पर लगाएं.
लौंग का तेल- लौंग के तेल में एक बड़ी चम्मच नारियल का तेल मिलाएं. इसके बाद अपने चेहरे का साफ करें और फिर इस तेल वाले मिश्रण से चेहरे की मसाज करें. इससे समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के लक्षण कम हो जाते हैं.
हल्दी- हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जिसके कारण बढ़ती उम्र के लक्षण काफी हद तक कम हो सकते हैं. इसके लिए आधा चम्मच हल्दी में एक बड़ा चम्मच शहद और एक बूंद नींबू के रस की मिलाएं. इस मिश्रण से चेहरे की मसाज करें. इसके बाद चेहरे को पानी से धो लें.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.