Dengue In Monsoon: मानसून सीजन आते ही मौसम सुहावना हो जाता है. लेकिन बारिश अपने साथ कई बीमारी भी लेकर आती है. जुलाई-सितंबर के समय कई तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है. एक्सपर्ट के अनुसार, बारिश के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा हो जाता है. बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारी काफी तेजी से फैलती है.
हर साल मानसून सीजन में इन बीमारियों की वजह से हजारों लोगों की जान चली जाती है. लेकिन कुछ बातों का ख्याल रखकर इन बीमारी का खतरा कम हो सकता है. बता दें, डेंगू एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों के काटने की वजह से फैलती है. मानसून सीजन में कुछ सावधानियां बरतने से डेंगू का खतरा कम हो सकता है. आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण और बचाव के बारे में.
एक्सपर्ट के मुताबिक, डेंगू के मामले मानसून सीजन में बढ़ जाते हैं. डेंगू की वजह से तेज बुखार के साथ प्लेटलेट्स भी कम हो जाते हैं जिससे शरीर काफी कमजोर हो जाता है. अगर सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो गंभीर हो सकती है. इसलिए बारिश के मौसम में बुखार आने पर ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं.
बारिश के मौसम में जब कभी भी आपको डेंगू होता है कई तरह के लक्षण नजर आते हैं. जिसमें अचानक तेज बुखार, तेज सिर दर्द होना, आंखों के नीचे दर्द, ज्वाइंट और मसल्स में दर्द, ज्यादा थकान महसूस होना, उल्टी और मतली, स्किन पर रैशेज होना और नाक या मसूड़ों में ब्लीडिंग जैसे लक्षण शामिल हैं.
एक्सपर्ट के अनुसार, डेंगू से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों से बचाव. बारिश के मौसम खाली बर्तन या गमले में पानी जमा होने ना दें. अगर आप कूलर का इस्तेमाल करते हैं तो समय-समय पर पानी बदलते रहें. घर में मच्छर हैं तो मॉस्किटो रेपेलेंट क्रीम या लोशन शरीर पर अप्लाई करें. कभी भी बुखार के लक्षण नजर आए तो डॉक्टर से जरूर चेक करवाएं. शुरुआत में ही डेंगू का इलाज करने से 1 हफ्ते में डेंगू ठीक होने की संभावना रहती है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.