Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का व्रत हर सुहागिन महिला के लिए खास होता है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान यह व्रत रखना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस दौरान मां और बच्चे की सेहत का ध्यान रखना सबसे जरूरी है. अगर आप प्रेग्नेंट हैं और करवा चौथ का व्रत रखना चाहती हैं, तो कुछ आसान और सुरक्षित तरीकों से इसे पूरा कर सकती हैं. आइए जानते हैं कैसे?
इस बार करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा. प्रेग्नेंसी में हर महिला का शरीर अलग होता है. अगर आपको डायबिटीज, हाई बीपी, थायरॉइड, एनीमिया या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो व्रत रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है. डॉक्टर आपकी स्थिति के आधार पर बता सकते हैं कि व्रत आपके और बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं.
सरगी से करें दिन की शुरुआत
करवा चौथ का व्रत सरगी के साथ शुरू होता है. सरगी में पौष्टिक और ऊर्जा देने वाले खाद्य पदार्थ शामिल करें. ओट्स, दलिया, पोहा, फल, दही और ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू, और अखरोट खाएं. ये पूरे दिन आपको हाइड्रेटेड और ऊर्जावान रखेंगे. नारियल पानी या दूध भी पी सकती हैं, जो शरीर में पानी की कमी नहीं होने देगा.
हाइड्रेशन का रखें ध्यान
प्रेग्नेंसी में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है. अगर आप निर्जला व्रत नहीं रख सकतीं, तो फल, जूस या पानी पीकर हल्का व्रत रखें. नींबू पानी या ग्लूकोज युक्त पेय पदार्थ भी ले सकती हैं. इससे आपको कमजोरी नहीं होगी.
शरीर के संकेतों पर दें ध्यान
व्रत के दौरान अगर आपको चक्कर, कमजोरी, या बच्चे की हलचल में कमी महसूस हो, तो तुरंत व्रत तोड़ दें और डॉक्टर से संपर्क करें. बच्चे की सेहत से कोई समझौता न करें. हल्का भोजन जैसे फल या जूस लेने से तुरंत राहत मिल सकती है.
तनाव से बचें
व्रत के दिन ज्यादा मेहनत वाले काम न करें. पर्याप्त आराम करें और तनाव से बचें. हल्की सैर या ध्यान करें, इससे मन शांत रहेगा. पूजा के दौरान लंबे समय तक खड़े न रहें.
सही समय पर व्रत खोलें
चांद देखने के बाद व्रत खोलते समय हल्का और पौष्टिक भोजन लें. खजूर, फल, या दूध से शुरुआत करें. तला-भुना खाने से बचें, क्योंकि यह पाचन को प्रभावित कर सकता है. इन आसान तरीकों से आप प्रेग्नेंसी में करवा चौथ का व्रत सुरक्षित तरीके से रख सकती हैं. मां और बच्चे की सेहत को प्राथमिकता दें और पति की लंबी उम्र की कामना के साथ इस त्योहार को खुशी से मनाएं.