Garlic: लहसुन एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही किसी को चटनी याद आती है, किसी को तड़का और किसी को अचार. यह हमारी रसोई का वो खास हिस्सा है, जो हर खाने को खास बना देता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लहसुन असल में है क्या? सब्जी या मसाला? ये सवाल जितना आम लगता है, इसका जवाब उतना ही खास है. दरअसल, ये बहस सिर्फ हमारी सोच तक सीमित नहीं रही, बल्कि 2015 से यह मामला कोर्ट तक पहुंच चुका था. किसानों और सरकारी विभागों के बीच चला ये झगड़ा अब खत्म हुआ है.
कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाते हुए साफ कर दिया है कि लहसुन को सब्जी की श्रेणी में रखा जाएगा. अब आइए जानते हैं पूरी कहानी और लहसुन से जुड़ी सेहत की वो बातें, जो आपको जरूर पता होनी चाहिए.
यह पूरा मामला मध्यप्रदेश से जुड़ा है, जहां किसानों ने मांग की थी कि लहसुन को सब्जी माना जाए ताकि वे इसे सब्जी मंडियों में बेच सकें. मार्केट बोर्ड ने बात मानी लेकिन कृषि विभाग ने इसे मसाला ही बताया. मामला कोर्ट पहुंचा और अब हाईकोर्ट ने लहसुन को सब्जी घोषित कर दिया है. साथ ही ये भी कहा कि इसे दोनों बाजारों में बेचा जा सकता है – मसाले में भी और सब्जी में भी.
लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है. पुरुषों के लिए यह बेहद फायदेमंद है, खासकर इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या में. यह स्टैमिना बढ़ाने और हार्मोन बैलेंस करने में मदद कर सकता है. इसका रोजाना सेवन करने से पुरुषों की यौन सेहत में सुधार देखा गया है.
जो लोग कब्ज, गैस या पाचन की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए लहसुन किसी आयुर्वेदिक दवा से कम नहीं. सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन की कलियां शहद के साथ खाने से पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं. ये एसिडिटी को भी नियंत्रित करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.
तो अब जब कोर्ट भी कह चुका है कि लहसुन सब्जी है, तो इसे अपने खानपान में और भी दिल से शामिल कीजिए. ये स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही सेहत का रखवाला भी है. चाहे चटनी में हो या अचार में – लहसुन है तो तड़का है, स्वाद है और सेहत भी.