Friendship Day 2025: फ्रेंडशिप डे आते ही सोशल मीडिया पर 'बेस्ट फ्रेंड्स फॉरएवर', 'जिगरी यार' जैसे टैग्स की भरमार लग जाती है. दोस्ती की तस्वीरें शेयर होती हैं, पुराने किस्से ताज़ा किए जाते हैं, और एक-दूसरे को टैग कर बेस्ट फ्रेंड साबित करने की होड़ मच जाती है. लेकिन क्या हर मुस्कुराता चेहरा वाकई आपका सच्चा दोस्त होता है? कहते हैं सच्चा दोस्त वही होता है जो मुसीबत में आपके साथ खड़ा रहे, न कि सिर्फ खुशियों की पार्टी में दिखे.
कुछ लोग सामने मीठा बोलते हैं लेकिन पीठ पीछे वही जहर घोलते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप पहचानें कि आपकी लाइफ में कौन है ‘दोस्ती के नाम पर धोखा’ और कौन है आपका 'जिगरी यार'.
अगर आपकी तरक्की देखकर कोई बधाई देने की बजाय टालने लगे या मजाक उड़ाने लगे, तो समझ लीजिए वो सच्चा दोस्त नहीं है. एक सच्चा यार वही होता है जो आपके साथ आपकी हर जीत का जश्न मनाए और दिल से खुश हो. दोस्ती में ईर्ष्या की कोई जगह नहीं होती.
कुछ लोग आपके सामने तो खूब मीठा बोलते हैं, लेकिन जैसे ही आप जाते हैं, आपकी बुराई शुरू कर देते हैं. अगर आपको ऐसे संकेत मिलते हैं कि कोई दोस्त आपकी पीठ पीछे बात कर रहा है या राज उगल रहा है, तो वो दोस्त नहीं बल्कि फरेब है.
पार्टी, घूमना और मस्ती तो सबके साथ होती है, लेकिन जब आप तनाव में हों या किसी परेशानी में फंसे हों, तब जो व्यक्ति आपको कॉल करके हाल पूछे या बिना कहे मदद को आए – बस वही है असली दोस्त. याद रखिए, कठिन समय ही सच्ची दोस्ती की असली परीक्षा होती है.
फ्रेंडशिप डे पर सिर्फ फूलों और चॉकलेट से दोस्ती को मत मापिए. सोचिए कि जिन लोगों को आप ‘दोस्त’ कहते हैं, क्या वो वाकई आपके लिए उतने ही जरूरी हैं, जितना आप उनके लिए हैं? वक्त है पहचान करने का – क्योंकि एक सच्चा दोस्त सौ रिश्तों पर भारी होता है.