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कहीं सांता, कहीं राक्षस, कहीं घूसे...हर देश में क्रिसमस की है अनोखी रिवाज, जानकर चौंक जाएंगे आप

हर देश में क्रिसमस से जुड़ी अलग-अलग तरह की रिवाज है. यह परंपरा जानकर आप जरूर हैरान हो जाएंगे. चलिए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं.

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Edited By: Princy Sharma
Christmas Tradition India Daily
Courtesy: Grok

नई दिल्ली: क्रिसमस का नाम सुनते ही दिमाग में जगमगाता पेड़, तोहफे, घंटियां और कैरोल्स गूंजने लगते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में मनाया जाने वाला यह त्योहार सिर्फ ईसाई परंपराओं तक सीमित नहीं है? इसके भीतर छिपी हैं हजारों साल पुरानी पैगन (प्राचीन धार्मिक) परंपराएं, देवी-देवता, फसल उत्सव और अजीबोगरीब रिवाज.

आज हम आपको एक ऐसी यात्रा पर ले चल रहे हैं, जहां क्रिसमस कभी डरावना है, कभी मजेदार तो कभी बिल्कुल हैरान कर देने वाला. 'यूल' शब्द अंग्रेजी नहीं है. यह जर्मैनिक शब्द 'जोल' से आया है, जो नॉर्स लोगों का शीतकालीन उत्सव था. साल की सबसे छोटी रात के बाद, लोग आग जलाते थे, सदाबहार पेड़ों की टहनियां सजाते थे और देवताओं खासकर ओडिन को धन्यवाद देते थे कि उन्होंने एक और कठोर सर्दी पार कर ली.

बाद में रोमन सम्राट कॉन्स्टेंटाइन और चर्च ने इसी समय को क्रिसमस के लिए चुना. कई जगहों पर पुराने रिवाज खत्म नहीं हुए, बल्कि नए धर्म में घुलमिल गए. तभी तो आज भी हमारे पास यूल लॉग केक, सदाबहार पेड़, मिस्टलटो और तोहफे हैं.

यूक्रेन

यूक्रेन में क्रिसमस ट्री पर मकड़ी और जाल सजाए जाते हैं. एक लोककथा के अनुसार, एक गरीब विधवा के पेड़ को एक मकड़ी ने जाल से सजाया, जो सुबह सूरज की रोशनी में सोने-चांदी में बदल गया. तभी से यह समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक बन गया.

आइसलैंड

आइसलैंड में सांता नहीं, बल्कि 'ग्रायला' (Gryla) नाम की एक राक्षसी मां आती है, जिसके 13 बच्चे हैं. वह शरारती बच्चों को पकड़कर स्टू (सब्जी-मांस का सूप) बना देती है. साथ ही एक विशाल यूल कैट भी है, जो नए कपड़े न पहनने वालों को खा जाता है. यहां एक खूबसूरत परंपरा भी है यूल बुक फ्लड, जहां लोग क्रिसमस पर किताबें तोहफे में देकर पढ़ते हैं.

स्पेन (कैटालोनिया)

यहां बच्चों को तोहफे 'टियो दे नडाल' नाम का लकड़ी का लठ्ठा देता है, जिसे बच्चे खिलाते-पिलाते हैं. आखिर में वह मिठाइयां और खिलौने “पूप” करता है. सुनने में अजीब लगे, लेकिन यह उर्वरता, प्रकृति और जीवन चक्र का प्रतीक है.

कनाडा

कनाडा में बच्चे सांता को चिट्ठी लिखते हैं और जवाब भी पाते हैं. 50 साल से ज्यादा समय से चल रही इस परंपरा में पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी 'पोस्टल एल्फ' बनकर लाखों पत्रों का जवाब देते हैं. पता बस इतना लिखना होता है: 'Santa Claus, North Pole, H0H 0H0, Canada'

पेरू

पेरू के सांतो टोमस शहर में क्रिसमस के दिन लोग Takanakuy नाम की परंपरा में आपसी झगड़े मुक्कों से सुलझाते हैं. अंत में गले मिलना जरूरी है, ताकि नया साल बिना दुश्मनी के शुरू हो.

ऑस्ट्रिया

यहां क्रैम्पस नाम का डरावना राक्षस सेंट निकोलस के साथ आता है. लोग क्रैम्पस रन में भयानक मुखौटे पहनकर सड़कों पर दौड़ते हैं. यह परंपरा पैगन और मध्यकालीन कथाओं से जुड़ी मानी जाती है.

स्वीडन

स्वीडन में घास-फूस से बने विशाल बकरों को सजाया जाता है. यह नॉर्स देवता थॉर के रथ को खींचने वाली बकरियों की याद में है. छोटे-छोटे बकरे आज भी क्रिसमस सजावट का हिस्सा हैं.

लातविया

यहां लोग भूत-प्रेत जैसे मुखौटे पहनकर घर-घर जाते हैं, शोर मचाते हैं और बुराई को भगाते हैं. बदले में उन्हें मिठाई और शराब मिलती है.

फिलीपींस

सैन फर्नांडो शहर में क्रिसमस का मतलब है विशाल रंगीन लालटेन प्रतियोगिता. यह परंपरा बिजली से पहले के समय की है और आज एक बड़े उद्योग में बदल चुकी है.

जापान

जापान में क्रिसमस पर फ्राइड चिकन खाना परंपरा बन चुका है. 1970 के दशक में शुरू हुआ KFC का विज्ञापन इतना हिट हुआ कि आज लोग हफ्तों पहले ऑर्डर करते हैं.

वेनेजुएला

वेनेजुएला में लोग रात भर पार्टी करते हैं और सुबह रोलर-स्केट पहनकर चर्च जाते हैं. कई शहरों में सड़कें बंद कर दी जाती हैं ताकि लोग आराम से स्केटिंग कर सकें.

ग्वाटेमाला

यहां लोग पुराने सामान और शैतान की मूर्ति जलाकर बुरी यादों से छुटकारा पाते हैं. आजकल शैतान किसी नापसंद नेता या सेलिब्रिटी जैसा भी हो सकता है. दुनिया चाहे जितनी आधुनिक हो जाए, क्रिसमस आज भी हमें उन कहानियों से जोड़ता है जो अंधेरे में रोशनी, सर्दी में उम्मीद और नए साल में नई शुरुआत का वादा करती हैं