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India Daily

ट्रंप बोले- अमेरिकी हमलों ने ईरान और इजरायल का युद्ध खत्म कर दिया, हिरोशिमा-नागासाकी का क्यों दिया उदाहरण

ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, 'ईरान ने 12 दिन के युद्ध में नरक का सामना किया. मुझे नहीं लगता कि वे दोबारा ऐसा करेंगे. वे अपने तेल और मिसाइलों के साथ अपनी रक्षा करेंगे.'

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Why Trump give Hiroshima-Nagasaki example regarding Iran-Israel war

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को 12 दिन तक चले ईरान-इजरायल युद्ध को खत्म करने का क्रेडिट लिया. उन्होंने दावा किया कि अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों ने इस युद्ध को समाप्त किया, जिससे दोनों देशों में नागरिक संपत्तियों और लोगों की जान को भारी नुकसान हुआ. ट्रंप ने विवादास्पद रूप से पिछले हफ्ते के हमलों की तुलना 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिकी परमाणु हमलों से की, जिन्होंने इन शहरों को तबाह कर दिया था.

ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाएं खत्म?

ट्रंप ने द हेग में पत्रकारों से कहा, “ईरान ने 12 दिन के युद्ध में नरक का सामना किया. मुझे नहीं लगता कि वे दोबारा ऐसा करेंगे. वे अपने तेल और मिसाइलों के साथ अपनी रक्षा करेंगे. वे इसके लिए अब और नहीं चाहेंगे.” उन्होंने दावा किया कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की कोशिश में अरबों डॉलर खर्च कर चुका है, लेकिन सफल नहीं हुआ. ट्रंप ने कहा, “हमारे हमले ने युद्ध को खत्म किया. मैं हिरोशिमा या नागासाकी का उदाहरण नहीं देना चाहता, लेकिन यह वही प्रभाव था.”

हिरोशिमा-नागासाकी की त्रासदी

1945 में अगस्त के महीने में अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर दो परमाणु बम गिराए, जिनमें 2 लाख से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. इन हमलों के बाद जापान ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ. यह एकमात्र मौका था जब सशस्त्र युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ.

ट्रंप का पेंटागन की रिपोर्ट पर पलटवार

ट्रंप ने पेंटागन की एक खुफिया रिपोर्ट को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि अमेिका द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमलों का उसके परमाणु कार्यक्रम पर सीमित प्रभाव पड़ा. ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं.” उन्होंने सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स पर इतिहास के सबसे सफल सैन्य हमलों को कमतर दिखाने का आरोप लगाया.

युद्ध और युद्धविराम

इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी कर और प्रमुख वैज्ञानिकों को मारकर युद्ध शुरू किया था. ईरान ने दावा किया कि वह केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए यूरेनियम का प्रमोशन कर रहा था. ट्रंप ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान में परमाणु ठिकानों पर हमले का आदेश दिया, जिसके बाद उन्होंने दावा किया कि ये ठिकाने पूरी तरह नष्ट हो गए. ट्रंप ने युद्धविराम की मध्यस्थता की, जो बुधवार तक कायम था, हालांकि उन्होंने मंगलवार को दोनों देशों, खासकर इजरायल, पर युद्धविराम उल्लंघन के लिए निशाना साधा था.