Mystery of Bermuda Triangle: बरमूडा ट्रायंगल, जिसे डेविल्स ट्रायंगल या नेप्च्यून्स ट्रायंगल के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिमी अटलांटिक महासागर का एक रहस्यमय एरिया है जो फ्लोरिडा, बरमूडा और बाहामास के बीच स्थित है. यह एरिया अपनी अजीबोगरीब घटनाओं, खासकर विमानों और जहाजों के रहस्यमय ढंग से गायब होने के लिए बदनाम है.
बरमूडा ट्रायंगल के रहस्यमयी होने की बात करें तो यह 16वीं सदी से ही चर्चा का विषय बना रहा है जब 1500 में स्पेनिश खोजकर्ता क्रिस्टोफर कोलंबस ने इस एरिया से गुजरते हुए अपनी यात्रा का जिक्र किया था.
कोलंबस ने बताया कि इस यात्रा के दौरान उनका कंपास अजीबोगरीब व्यवहार कर रहा था और मौसम भी डरावना हो गया था. इसके बाद 1845 में हुई घटना ने दुनिया को हिला दिया जब यूएसएस वास्प नामक एक अमेरिकी नौसेना जहाज अपने 396 सदस्यों के साथ इस एरिया से गुजरा और गायब हो गया. इस जहाज का पता फिर कभी नहीं चल सका.
हालांकि इस वक्त तक बरमूडा ट्रायंगल को पानी के रास्ते से गुजरते हुए ही खतरनाक माना जा रहा था लेकिन दूसरे विश्वयुद्ध और उसके बाद के कुछ सालों में कई ऐसी घटनाएं हुई जिसने इस एरिया को न सिर्फ डरावना बल्कि रहस्यमयी भी बना दिया. लोगों ने इसको लेकर नई-नई कहानियां बनानी शुरू कर दी तो कुछ ने इसको लेकर दूसरी दुनिया से कनेक्शन जोड़े.
आज हम ऐसी ही उन घटनाओं के बारे में बात करेंगे जो इस एरिया को आज भी अबूझ पहेली बनाते हैं.
1. फ्लाइट 19: 5 दिसंबर 1945 को, अमेरिकी नौसेना के 5 बमवर्षक विमानों का एक स्क्वाड्रन, जिसे "फ्लाइट 19" के नाम से जाना जाता था, बरमूडा ट्रायंगल में गायब हो गया. रेडियो संपर्क टूटने से पहले, पायलटों ने अजीब व्यवहार और अपने विमानों के नियंत्रण से बाहर होने की बात कही. विमानों का कोई मलबा या जीवित व्यक्ति नहीं मिला.
2. यूएसएस साइक्लोप्स: 4 मार्च 1918 को, यूएसएस साइक्लोप्स, 309 लोगों को लेकर, बरमूडा ट्रायंगल से रवाना हुआ और गायब हो गया. यह अमेरिकी इतिहास में लापता होने वाला अब तक का सबसे बड़ा जहाज था. जहाज पर भारी मात्रा में मैंगनीज लोड था, जिसके कारण कुछ लोगों का मानना है कि यह डूब गया होगा.
3. स्टार टाइगर और स्टार मरीन: 30 जनवरी 1948 को, दो ब्रिटिश कार्गो जहाज, स्टार टाइगर और स्टार मरीन, एक ही तूफान में अलग-अलग समय पर गायब हो गए. दोनों जहाजों में कुल 29 लोग सवार थे. तूफान अपेक्षाकृत हल्का था, जिससे इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि जहाजों को डुबोने के लिए कुछ और जिम्मेदार हो सकता है.
4. बी-29 सुपरफोर्ट्रेस: 21 जून 1947 को, अमेरिकी सेना का एक बी-29 सुपरफोर्ट्रेस विमान, 13 लोगों को लेकर, बरमूडा ट्रायंगल से गायब हो गया. विमान का मलबा या जीवित व्यक्ति नहीं मिला. कुछ लोगों का मानना है कि विमान किसी अज्ञात ऊर्जा एरिया से टकरा गया होगा.
5. मैरी सेलेस्टे: 7 नवंबर 1872 को, मैरी सेलेस्टे नाम का एक जहाज, चालक दल के बिना, बरमूडा ट्रायंगल में पाया गया. जहाज पर भोजन और पानी का पर्याप्त भंडार था, और कोई संघर्ष का संकेत नहीं था. चालक दल का क्या हुआ, यह आज भी एक रहस्य है. कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें किसी एलियंस ने अपहरण कर लिया होगा.
6. एलिसिया: 1968 में, एलिसिया नाम का एक डच मालवाहक जहाज, 32 लोगों को लेकर, बरमूडा ट्रायंगल से गायब हो गया. जहाज का मलबा या जीवित व्यक्ति नहीं मिला. कुछ लोगों का मानना है कि जहाज किसी समानांतर ब्रह्मांड में प्रवेश कर गया होगा.
7. 1994 में, एक अमेरिकी नौसेना का R-4D क्वेस्ट विमान बरमूडा ट्रायंगल से गायब हो गया था. विमान को एक तूफान से गुजरते हुए रडार से गायब होते देखा गया था. विमान और चालक दल का कोई पता नहीं चला.
8. 2009 में, एक छोटा निजी विमान, जिसमें पायलट और दो यात्री सवार थे, बरमूडा ट्रायंगल से गायब हो गया था. विमान को आखिरी बार मियामी के पास उड़ते हुए देखा गया था. विमान और सवारों का कोई पता नहीं चला.
इन घटनाओं के अलावा भी, बरमूडा ट्रायंगल में कई अन्य रहस्यमय घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं ने इस एरिया को अलौकिक गतिविधियों और आयामी दरारों का केंद्र होने की अफवाहों से घेर लिया है.
वैज्ञानिकों ने बरमूडा ट्रायंगल में गायब होने की घटनाओं के पीछे कई सिद्धांतों का प्रस्ताव दिया है, लेकिन कोई निश्चित उत्तर नहीं है. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एरिया "मैग्नेटिक एनोमली" से ग्रस्त है, जो विमानों और जहाजों के नेविगेशनल उपकरणों में इंटरफियर कर सकता है. अन्य वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एरिया "मैथेन हाइड्रेट्स" के बड़े भंडार का घर है, जो समुद्र तल से निकलकर जहाजों को डुबो सकता है और विमानों को नीचे खींच सकता है.
भौगोलिक परिस्थितियां: इस एरिया में अचानक तूफान, भारी बारिश और धुंध हो सकती है, जो जहाजों और विमानों के लिए खतरा पैदा कर सकती है. बरमूडा ट्रायंगल में अक्सर अचानक और तीव्र तूफान आते हैं. इन तूफानों में हवा की गति 200 मील प्रति घंटे तक हो सकती है, जो जहाजों और विमानों को आसानी से नष्ट कर सकते हैं.
मानवीय गलती: कुछ मामलों में, मानवीय गलती, जैसे कि नेविगेशनल गलतियां या खराब मौसम में उड़ान या नौकायन, गायब होने का कारण हो सकती है. मानवीय गलती हमेशा दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है. खराब मौसम में उड़ान या नौकायन करना खतरनाक हो सकता है, और नेविगेशनल गलतियां भी गंभीर परिणामों का कारण बन सकती हैं.
अज्ञात कारक: कुछ लोगों का मानना है कि इस एरिया में अलौकिक या किसी दूसरे डायमेंशन में जाने के रास्ते मौजूद हो सकते हैं जो गायब होने के लिए जिम्मेदार हैं.
बरमूडा ट्रायंगल रहस्य और अटकलों का विषय बना हुआ है. वैज्ञानिकों ने गायब होने के पीछे के कारणों को समझाने के लिए कई सिद्धांतों का प्रस्ताव दिया है, लेकिन कोई निश्चित उत्तर नहीं है. यह एरिया आज भी समुद्री यात्रियों और विमान चालकों के लिए खतरा बना हुआ है, जो इसके रहस्यों को उजागर करने की कोशिश जारी रखते हैं.