पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजीरिया में हाल ही में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. नाइजीरियाई सुरक्षा बलों ने चार पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिन पर कुख्यात आतंकी संगठन बोको हरम को प्रशिक्षण और हथियारों की आपूर्ति करने का गंभीर आरोप है. यह घटना न केवल नाइजीरिया की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का जाल अब दक्षिण एशिया से निकलकर अफ्रीका और यूरेशिया तक फैल चुका है.
नाइजीरिया में लगभग 46% आबादी मुस्लिम है. लंबे समय से बोको हरम जैसे आतंकी संगठनों के निशाने पर रहा है. बोको हरम अपनी क्रूरता के लिए विश्व भर में कुख्यात है, जिसके अपराधों में सामूहिक हत्याएं, अपहरण, और बच्चों को आतंकी गतिविधियों के लिए मजबूर करना शामिल है. नाइजीरियाई अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी नागरिक न केवल हथियारों की आपूर्ति कर रहे थे बल्कि बोको हरम के आतंकियों को ड्रोन के जरिए निगरानी, उन्नत विस्फोटक उपकरण (IED) बनाने, और सैन्य बलों पर घात लगाकर हमले करने की ट्रेनिंग भी दे रहे थे.
पाकिस्तान का आतंकी नेटवर्ट
पाकिस्तान का आतंकवाद को बढ़ावा देने का इतिहास कोई नया नहीं है. भारत वर्षों से इसकी मार झेल रहा है, जहां कश्मीर से लेकर देश के अन्य हिस्सों में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी गतिविधियां होती रही हैं. लेकिन नाइजीरिया में हुई यह घटना इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान का आतंकी नेटवर्क अब वैश्विक स्तर पर फैल चुका है. अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ईरान, और रूस जैसे देशों में भी पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की संलिप्तता के सबूत सामने आए हैं.
पाकिस्तान ने आतंकवाद को एक नीति के रूप में अपनाया हुआ है, जिसके तहत वह विभिन्न देशों में आतंकी संगठनों को समर्थन देता है. नाइजीरिया में बोको हरम को दी जा रही ट्रेनिंग और हथियारों की आपूर्ति इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान का इरादा केवल क्षेत्रीय अस्थिरता तक सीमित नहीं है, बल्कि वह वैश्विक स्तर पर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है.
नाइजीरिया की कार्रवाई और भविष्य की चुनौतियां
नाइजीरियाई सेना के थिएटर कमांडर मेजर जनरल अब्दुलसलाम अबुबकर ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि विदेशी भाड़े के सैनिकों की घुसपैठ ने आतंकी संगठनों की ताकत को और बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि विदेशी भाड़े के सैनिक नाइजीरिया में विद्रोह को बढ़ावा दे रहे हैं.