नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इथियोपिया यात्रा के दौरान एक भावुक और यादगार पल सामने आया, जब आधिकारिक भोज में इथियोपियाई गायकों ने भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम प्रस्तुत किया. इस मौके को प्रधानमंत्री मोदी ने बेहद भावनात्मक बताया. यह कार्यक्रम अदीस अबाबा में इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली द्वारा आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज के दौरान हुआ.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया. उन्होंने लिखा कि वंदे मातरम की प्रस्तुति एक deeply moving moment थी. उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रस्तुति इसलिए और खास बन गई क्योंकि भारत वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे होने का अवसर मना रहा है. वीडियो में देखा गया कि प्रस्तुति समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी खड़े होकर तालियां बजाते नजर आए.
#WATCH | Addis Ababa | Ethiopian singers sang India's national song Vande Mataram, in the presence of PM Modi, last night. pic.twitter.com/oEUF8SFZ8v
— ANI (@ANI) December 17, 2025
यह भोज कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी के इथियोपिया पहुंचने पर दिए गए औपचारिक सम्मान का हिस्सा था. यह दौरा भारत और इथियोपिया के बीच बढ़ते कूटनीतिक संबंधों को दर्शाता है. प्रधानमंत्री मोदी यह यात्रा इथियोपियाई प्रधानमंत्री अबी अहमद के निमंत्रण पर कर रहे हैं. इसे भारत की अफ्रीका नीति का एक अहम पड़ाव माना जा रहा है.
अदीस अबाबा एयरपोर्ट पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की पारंपरिक कॉफी सेरेमनी में भी हिस्सा लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री अबी अहमद खुद मोदी को एयरपोर्ट से होटल तक ले गए. इस यात्रा के दौरान उन्होंने साइंस म्यूजियम और फ्रेंडशिप पार्क जैसे प्रमुख स्थलों को भी दिखाया, जो तय कार्यक्रम से अलग था.
प्रधानमंत्री मोदी के होटल पहुंचने पर इथियोपिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे. लोगों ने भारतीय झंडे लहराए और नारे लगाए. प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों से मुलाकात की, तस्वीरें खिंचवाईं और वहां आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुए.
इस स्वागत कार्यक्रम में कलाकारों ने हिंदी फिल्म वीर जारा का लोकप्रिय गीत धरती सुनहरी अंबर नीला भी प्रस्तुत किया. प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा व्यापार, विकास साझेदारी और क्षेत्रीय सहयोग जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने पर केंद्रित मानी जा रही है. सांस्कृतिक प्रतीकों के जरिए यह दौरा आम लोगों के बीच भी खास चर्चा का विषय बना हुआ है.