US Gaza Ceasefire Deal: गाजा में लंबे समय से जारी संघर्ष को विराम देने के लिए अमेरिका ने इज़रायल और हमास के बीच एक नया युद्धविराम प्रस्ताव रखा है. इस प्रस्ताव में 10 जीवित इज़रायली बंधकों की रिहाई, 60 दिन का संघर्षविराम और दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी रखने की बात शामिल है.
अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा तैयार किए गए इस प्रस्ताव में निम्नलिखित शर्तें शामिल हैं, 10 जीवित इजरायली बंधकों की रिहाई और 18 मृत शरीरों की वापसी, 60 दिनों के लिए युद्धविराम, इजरायल द्वारा 125 आजीवन कारावास काट रहे फिलीस्तीनी कैदियों और 1,111 अक्तूबर 7 के बाद गिरफ्तार हुए कैदियों की रिहाई, 180 फिलीस्तीनी शवों की वापसी. संयुक्त राष्ट्र इस अवधि में गाजा में मानवीय सहायता फिर से शुरू करेगा. यह सहायता इज़रायल समर्थित उस प्रणाली की जगह लेगी जिसे UN ने नाकाफी बताते हुए अस्वीकार कर दिया था.
इस प्रस्ताव में यह स्पष्ट किया गया है कि इज़रायल को युद्ध खत्म करने की कोई बाध्यता नहीं है. संघर्षविराम के दौरान बातचीत जारी रखी जाएगी ताकि स्थायी समाधान निकाला जा सके. "Al Ghad" की रिपोर्ट के अनुसार, पहले दिन आधे बंधक रिहा किए जाएंगे और शेष सातवें दिन.
हालांकि हमास ने 'सामान्य रूपरेखा' को स्वीकार किया है और अंतिम प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है, पर इज़रायली सरकार के कई मंत्रियों ने इसका विरोध किया है. डायस्पोरा मंत्री अमीचाई चिकल्ली ने X पर लिखा, 'इन स्लाइस-स्लाइस सौदों से अब बस कीजिए, सेना को काम पूरा करने दीजिए.' वित्त मंत्री बेजालेल स्मोटरिच ने कहा, 'यह प्रस्ताव हमास को जीवनदान देगा.'
बंधकों के कुछ परिजन भी इस प्रस्ताव से असंतुष्ट हैं. अविनातन ओर के चाचा शिमोन ओर ने इसे 'क्रूर और अमानवीय सौदा' बताया. याएल अदार, जिनका बेटा मारा गया और शव गाजा ले जाया गया, ने कहा, 'आधे-अधूरे समझौते हमें असमंजस में छोड़ देते हैं – कौन लौटेगा, कौन नहीं.'
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह केवल अस्थायी युद्धविराम को मंजूरी देंगे और हमास के पूरी तरह खत्म होने और सभी बंधकों की वापसी तक लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने गाजावासियों को गाजा से बाहर भेजने की मांग भी दोहराई है – यह योजना पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति से मेल खाती है.