US Government Shutdown: अमेरिका में शटडाउन लग चुका है. ट्रंप सरकार की ओर बुधवार को अपने अधिकतर कामकाज बंद कर दिए गए. अमेरिकी सीनेट में वित्तीय सहायता समझौता सफल नहीं हो पाया, जिसकी वजह से पूरी व्यवस्था ठप हो गई. रिपब्लिकन सांसदों ने की विधेयक पर डेमोक्रेट्स पार्टी नेक सहमति नहीं जताई जिससे ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पहला शटडाउन लग गया.
डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी शटडाउन लगा था. ऐसा होना अमेरिका के लिए सही नहीं बताया जा रहा है. लोगों का मानना है कि ऐसा करने से एक बड़ा गतिरोध पैदा हो सकता है. हजारों संघीय नौकरियों पर संकट का काला बादल छाया हुआ है.
2018 के बाद यह पहला शटडाउन है. जिसमें गैर जरूरी कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जाएगा. हालांकि शटडाउन से पहले कांग्रेस के कार्यालय निदेशक की ओर से एक पत्र लिखा गया था. जिसमें संभावित प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई थी. इस पत्र में यह अनुमान लगाया गया था कि इस शटडाउन की वजह से लगभग साढ़े सात लाख यानी 7 लाख 50 हजार संघीय कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा सकता है. इससे सरकार को हर दिन लगभग 400 मिलियन डॉलर की लागत होगी. हालांकि इस पत्र में यह भी कहा गया कि नौकरी से हटाए गए कर्मचारियों की संख्या प्रतिदिन बदल सकती है.
फिलिप स्वैगेल के एक पत्र में लिखा गया कि इस शटडाउन के वक्त भी कांग्रेस के सदस्यों को वेतन दिया जाता रहेगा. क्योंकि अमेरिकी संविधान में इसे अनिवार्य बताया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि सरकारी शटडाउन का व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रभाव कितना होगा यह तय नहीं है. यह नुकसान शटडाउन की अवधि तथा प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णयों पर निर्भर करेगा. अभी के समय में डेमोक्रेट्स के पास ज्यादा पॉवर नहीं है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी का सभा और सीनेट दो पर नियंत्रण है. हालांकि इस शटडाउन का दोष दोनों पक्ष एक-दूसरे पर डाल रहे हैं.