Kim Jong-Un: उत्तर कोरिया में इंसान अपनी सहूलियत के हिसाब से अपनी जिंदगी से जुड़े फैसले लेने में भी असमर्थ है. तानाशाह किम जोन उन की निरंकुशता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है और लोग उसके सामने पूरी तरह से बेबस हैं. इसी बीच तानाशाह किम ने धमकी दी है कि देश में स्तन का प्रत्यारोपण कराने वाली महिलाओं को गुलाग (जबरन श्रम शिविरों) भेज दिया जाएगा.
यही नहीं तानाशाह ने अपने गुर्गों को आदेश दिया है कि वह महिलाओं के स्तनों की जांच करें और उन पर कार्रवाई करें. किम ने स्तन प्रत्यारोपण को गैर समाजवादी और बुर्जुआ करार दिया. किम ने अपने आदेश में कहा कि देश के अंदर बड़े स्तनों वाली महिलाओं की जांच की जाए. यही नहीं दो महिलाओं और एक डॉक्टर पर बूब्स ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में शामिल होने को लेकर मुकदमा भी चलाया जा रहा है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, अब जांच के लिए महिलाओं को अस्पताल ले जाया जाएगा और कसूरवार पाए जाने पर उन्हें सख्त सजा दी जाएगी. किम के इस आदेश के बाद वहां की महिलाओं में डर का माहौल पैदा हो गया है.
बूब्स एनलार्जमेंट अवैध
उत्तर कोरिया में बूब्स एनलार्जमेंट अवैध है लेकिन बावजूद इसके वहां महिलाएं चुपचाप ट्रांसप्लांट करवा रही हैं और इसका चलन तेजी से बढ़ रहा है.
जिस डॉक्टर पर दो महिलाओं के बूब्स ट्रांसप्लांट करने के आरोप लगे हैं, वह कथित तौर पर मेडिकल स्कूल ड्रॉपआउट है और पढ़ाई छोड़कर पर अवैध इंप्लांट के धंधे में घुस गया और अपने घर में प्लास्टिक सर्जरी करते हुए पकड़ा गया.
ट्रांसप्लांट के लिए उसने चीन से सिलिकन और अन्य सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट मंगवाए थे. महिलाओं को इस प्रक्रिया से दूर रखने के लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जा रहा है. दोनों महिलाओं ने दावा किया कि उन्होंने अपने शरीर को बेहतर बनाने के लिए यह सर्जरी करवाई थी लेकिन न्यायधीश ने उनकी दलील को खारिज कर दिया.