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India Daily

इजराइयली मिसाइलों से दहका दमिश्क, अमेरिका ने कहा– हमलों को लेकर 'बेहद चिंतित' हैं

दमिश्क में इसराइल द्वारा किए गए ताज़ा हवाई हमलों को लेकर अमेरिका ने गहरी चिंता जताई है. इन हमलों में एक व्यक्ति की मौत और कम से कम 18 लोग घायल हुए हैं. ये हमले सीरिया की सेना और रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय के पास किए गए, जो पहले से ही ड्रूज़ समुदाय और सरकारी बलों के बीच तनाव से जूझ रहा है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
 Donald Trump
Courtesy: web

सीरिया की राजधानी दमिश्क में बुधवार को इसराइली सेना ने एक बार फिर बड़ी सैन्य कार्रवाई की है. इस बार निशाना सीरियाई सेना और रक्षा मंत्रालय के दफ्तरों के आस-पास का इलाका बना है. इस कार्रवाई के बाद अमेरिका ने चिंता जताई है, वहीं इसराइल का कहना है कि वह दक्षिणी सीरिया में ड्रूज़ समुदाय की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

सीरिया के दक्षिणी हिस्से में स्थित स्वेइदा (Sweida) शहर, जो ड्रूज़ बहुल इलाका है, वहां मंगलवार को सीरियाई सरकारी बलों और ड्रूज़ लड़ाकों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं. चश्मदीदों के अनुसार, सरकारी बलों ने बेडुइन लड़ाकों के साथ मिलकर ड्रूज़ नागरिकों और लड़ाकों पर हमला किया. इससे पहले अप्रैल और मई में भी दमिश्क और स्वेइदा में ऐसी झड़पों में 100 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. अब तक हिंसा में मरने वालों की संख्या 300 के पार पहुंच चुकी है. इसराइल ने कहा कि वह सीरियाई सीमा पर सेना की मौजूदगी को मंजूरी नहीं देगा और ड्रूज़ अल्पसंख्यकों की रक्षा करेगा.

अमेरिका की प्रतिक्रिया और इसराइल की तैयारी

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि उन्हें सीरिया के दमिश्क में हुए इसराइली हमलों को लेकर "गंभीर चिंता" है. सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमले में एक नागरिक की मौत हुई और 18 घायल हुए हैं. दूसरी ओर, इसराइली सेना ने स्पष्ट किया है कि वह हर स्थिति के लिए तैयार हैं और अमेरिका से लगातार संपर्क में है. इसराइली अधिकारियों का कहना है कि सीरियाई सेना खुद संकट की जड़ है और उसने ड्रूज़ समुदाय को बचाने में कोई भूमिका नहीं निभाई है. इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर सीरिया और इसराइल के बीच बढ़ते तनाव को उजागर कर दिया है.