इसराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में स्थित रक्षा मंत्रालय, राष्ट्रपति भवन और जनरल स्टाफ बिल्डिंग को निशाना बनाकर हवाई हमला किया है. इसराइली डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) ने कहा है कि वह सीरिया में आने वाले कई दिनों तक लड़ाई के लिए तैयार हैं. इस हमले को अमेरिका की उस अपील के बावजूद अंजाम दिया गया जिसमें उसने इसराइल से सीरिया पर हमले रोकने की मांग की थी. यह घटनाक्रम मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ा सकती है.
सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 18 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. घटनास्थल पर लगी आग और धुएं के गुबार के वीडियो भी सामने आए हैं, जो हमले की भयावहता को दर्शाते हैं.
JUST IN: 🇮🇱🇸🇾 Israel strikes Syria's Ministry of Defense building in Damascus. pic.twitter.com/fJGR4pCmbY
— BRICS News (@BRICSinfo) July 16, 2025
इजराइल ने इस हमले की वजह बताते हुए कहा कि वह सीरियाई सीमावर्ती इलाकों में सेना की गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा. इजराइली सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह हमला ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा के लिए किया गया है, जो हाल के दिनों में सीरियाई सेना और ड्रूज़ लड़ाकों के बीच झड़पों में फंसा हुआ था. अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि सीरियाई सेना खुद इस समस्या का हिस्सा है और अल्पसंख्यक ड्रूज़ समुदाय की रक्षा करने में असफल रही है.
इस पूरे घटनाक्रम पर अमेरिका ने गहरी चिंता जताई है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि दमिश्क में इजराइल द्वारा किए गए ताजा हमले चिंताजनक हैं और इससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका हालात पर करीबी नजर रखे हुए है और इजराइल से लगातार संपर्क में है.