UN Red Alert Report On Global Warming: यूनाइटेड नेशन की वेदर एजेंसी ने ग्लोबल वार्मिंग को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. रिपोर्ट में ग्रीन हाउस गैस में बढ़ोतरी, बढ़ते तापमान और ग्लेशियरों के पिघलने पर चिंता जताते हुए वार्निंग जारी की गई है.
विश्व मौसम विज्ञान संगठन की ने अपनी सालाना रिपोर्ट स्टेट ऑफ क्लाइमेट में 2023 को अब तक का सबसे गर्म साल बताया है.
रिपोर्ट में बताया गया 2023 में बढ़ते तापमान ने जो रिकॉर्ड तोड़ा है वो 10 साल बाद आया है. यानी इससे पहले साल 2013 सबसे गर्म साल था.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि रिपोर्ट ये संकेत देती है कि हमारी पृथ्वी मानो हमारी पृथ्वी कगार पर हो. ऐसा लग रहा है कि धरती संकट भरी कॉल कर रही है. फाजिल फ्यूल पॉल्यूशन क्लाइमेट को नुकसान पहुंचा कर मानो यह चेतावनी दे रहा है कि दिनों दिन यह तेज हो रही है.
यूरोपीय यूनियन कॉपरनिकस क्लाइमेट सर्विस के अनुसार मार्च 2023 से मार्च 2024 के बीच औसत तापमान 1.56 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है. 2023 में औसतन तापमान 1.5 डिग्री से थोड़ा नीचे 1.48 डिग्री सेल्सियस था. लेकिन जिस तरह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है ऐसा लग रहा है कि इस साल औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाएगा
रिपोर्ट में प्रकाश डालते हुए बताया गया है कि समुद्र का 90 फीसदी से अधिक पानी हीट वेव का अनुभव कर रहा है. 1950 के बाद से ग्लेशियर की बर्फ रिकॉर्ड स्तर पर पिघल रही है और अंटार्कटिक महासागर की बर्फ अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर है.