India US Trade Deal: अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते के बारे में कुछ जरूरी जानकारी शेयर की हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देश समझौते पर हस्ताक्षर करने के बहुत करीब हैं. उन्होंने इसे एक ऐसा सौदा बताया है जिससे दोनों पक्षों को काफी फायदा होगा.
वाशिंगटन में यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम प्रोग्राम आयोजित किया गया था जिसमें लुटनिक ने कहा कि अब दोनों पक्षों की बातचीत को सही लोग संभाल रहे हैं और इससे चीजों को तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिली है. उन्होंने कहा, "आपको कुछ ही समय में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच एक समझौता देखने को मिल सकता है."
भारत और अमेरिका के बीच बातचीत तब और गंभीर हो गई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में भारत समेत कुछ देशों के सामानों पर नए टैरिफ पेश किए. ये टैरिफ ट्रेड इम्बैलेंस को ठीक करने के लिए थे, लेकिन अब इन्हें 8 जुलाई तक 90 दिनों के लिए रोक दिया गया है (चीन को छोड़कर).
अब दोनों देश 8 जुलाई की समय सीमा से पहले एक अस्थायी समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. भारत ने भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका द्वारा जोड़े गए अतिरिक्त 26% टैरिफ से पूरी छूट मांगी है. राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि भारत ने पहले ही अमेरिका को जीरो-टैरिफ डील की पेशकश की थी, लेकिन भारत ने इससे इनकार करते हुए कहा कि वार्ता अभी भी जारी है.
भारत के कॉमर्स मंत्री पीयूष गोयल ने पुष्टि की कि दोनों देश एक-दूसरे के व्यवसायों को बेहतर मार्केट एक्सेस देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की टीमें व्यापार समझौते को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.
वास्तव में, इस हफ्ते चर्चा जारी रखने के लिए अमेरिकी अधिकारियों का एक ग्रुप भारत में है. पिछले महीने, भारतीय बिजनेस नेगोशिएटर राजेश अग्रवाल ने वाशिंगटन का दौरा किया और मंत्री गोयल ने भी वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिका की यात्रा की.