नई दिल्ली. मोरक्को में शुक्रवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 रही. भूकंप के झटकों से भारी तबाही मची है. मिली जानकारी के अनुसार अब तक 296 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप के झटके बेहद शक्तिशाली थे.
बताया जा रहा है कि भूकंप शुक्रवार की रात करीब 11 बजकर 11 मिनट पर आया. इसका केंद्र एटलस पर्वत से लगभग 56.3 किलोमीटर पश्चिम में था. भूकंप के कारण मलबे में दबकर सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है. कई लोग मलबे में दबे हैं. डरावनी तस्वीरे सोशल मीडिया पर आ रही हैं.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. वहीं, तबाही को लेकर मोरक्को के गृह मंत्रालय ने बताया कि इस भूकंप से सबसे ज्यादा शहर के बाहर पुरानी बस्तियों को नुकसान हुआ है.
भूकंप के झटकों से कई इमारतें गिर गई है. इमारतों के मलबे के नीचे कई लोग दबे हुए हैं. सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो सामने आ रहे हैं. लोग इधर-उधर भागते दिख रहे हैं. इस भूकंप की वजह से हुई मौत को लेकर यूएस जियोलॉजिकल ने आंकड़ा जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. येलो अलर्ट इस बात का इशारा करता है कि भूकंप की वजह से जानमाल का नुकसान हुआ है.
मोरक्को के उत्तरी क्षेत्र में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. इसका कारण है अफ़्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच में स्थिति होना. 2004 में आए मोरक्को के अल होसेइमा में तेज भूकंप के झटकों ने 628 लोगों की जान ली थी, जबकि 926 लोग घायल हुए थे.
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