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सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और शहबाज शरीफ मिले लेकिन कश्मीर का क्यों छिड़ा जिक्र? यहां समझिए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहजाब शरीफ और सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की मुलाकात चर्चा में है. दोनों राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने कश्मीर पर भी एक बयान दिया है.

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India Daily Live
Courtesy: Photo Credit- Social Media.

पाकिस्तानी नेता अगर विदेश दौरे पर जाएं और कश्मीर का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है.  पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी शासक प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान  मक्का के अल-सफा पैलेस में एक अहम बैठक की. अपने देश में अलगाववाद, आर्थिक कंगाली और आतंकवाद से जूझ रहे शहबाज शरीफ ने फिर कश्मीर राग छेड़ दी.

शहबाज शरीफ के इस राग का जवाब देते हुए प्रिंस सलमान ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को बातचीत के जरिए विवादित मुद्दों का हल करना चाहिए. जिस तरीके के जवाब की उम्मीद प्रिंस सलमान से पाकिस्तान कर रहा था, वैसा जवाब मिला नहीं. 

प्रिंस सलमान की ओर से यह भी कहा गया कि दोनों पक्ष अपने-अपने क्षेत्र में शांति और स्थिरता तय करें. कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान को बात करनी चाहिए. भारत, कश्मीर पर किसी की भी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करता है. अमेरिका तक को कश्मीर पर टिप्पणी करने का जवाब मिल चुका है. ऐसे में प्रिंस सलमान ने भी बेहद संतुलित टिपप्णी की थी.

पाकिस्तान के कश्मीर राग अलापने पर भारत ने कहा, 'कश्मीर पूरी तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है, इसमें किसी तीसरे पक्ष द्वारा मध्यस्थता या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है.'

बिगड़ गए हैं भारत-पाकिस्तान संबंध, लेकिन सीमा पर अभी स्थिर हैं हालात
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली सीमाई झड़पें अभी थम गई हैं. भारत ने कश्मीर को विशेष प्रावधान देने वाला अनुच्छेद 370 जबसे रद्द किया है, तब से दोनों देशों के बीच संबंध और खराब हो गए हैं. पाकिस्तान इस मुद्दे को बार-बार वैश्विक मंचों से उठा रहा है. 

5 अगस्त, 2019 के इस ऐतिहासिक फैसले पर पाकिस्तान तिलमिला गया था. भारत ने हमेशा यह कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा. पाकिस्तान को भारत के इसी रुख से परेशानी है. भारत हमेशा पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है लेकिन पाकिस्तान है कि हर बार कश्मीर का राग छेड़ देता है. 

बार-बार कश्मीर राग अलापता है पाकिस्तान
पाकिस्तान में कई राजनीतिक पार्टियों की सियासत ही कश्मीर के इर्द-गिर्द घूमती है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तान ने न तो कोई विकास कराया है, न ही वहां से भारत में होने वाली घुसपैठ रोकता है. आए दिन पाकिस्तान की ओर से आतंकी भारत में घुसने की कोशिश करते रहे हैं. 

इमरान खान से लेकर शहबाज शरीफ तक, हर किसी की सरकार ने कश्मीर पर भारत विरोधी रुख अख्तियार किया है. पाकिस्तानी आतंकियों के ट्रेनिगं कैंप भी इसी इलाके में चलते हैं. यहां विकास पर ध्यान न देकर पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ ही साजिश रचने की कोशिश की जाती है.

कंगाल हो गया है पाकिस्तान लेकिन अलाप रहा कश्मीर राग
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हो गई है. सऊदी अरब पाकिस्तान का पुराना रणनीतिक भागीदार रहा है. दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को लेकर बातचीत हुई है. सऊदी, पाकिस्तान में 5 अरब डॉलर का निवेश करेगा. पाकिस्तान भले ही आर्थिक मोर्चे पर मुश्किलों का सामना कर रहा है लेकिन कश्मीर का जिक्र हर मोर्चे पर कर रहा है, जबकि भारत का जवाब दुनिया जानती है, कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, सरकार इसी रुख पर कायम है.