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India Daily

रूसी ग्लाइड बम ने पूर्वी यूक्रेन के गांव में मचाई तबाही, 20 से ज्यादा लोगों की मौत से भड़के जेलेंस्की ने कहा- निर्मम हमला

यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र के एक गांव में रूस की ग्लाइड बमबारी ने तबाही मचा दी. पेंशन बांटे जाने के दौरान हुए इस हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई. राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इसे 'निर्मम हमला' बताते हुए दुनिया से रूस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
eastern Ukraine
Courtesy: web

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर निर्दोष नागरिकों की जान ले ली है. मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र के यारोवा गांव में रूस ने ग्लाइड बम से हमला किया. उस समय वहां पेंशन वितरण का काम चल रहा था.

धमाके में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस घटना पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस पर कठोर प्रतिबंध लगाने और निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की है.

पेंशन वितरण के दौरान हुआ हमला

मंगलवार को यारोवा गांव में लोग पेंशन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे. तभी अचानक रूसी सेना की ओर से छोड़ा गया ग्लाइड बम वहां आ गिरा और जोरदार धमाका हुआ. यह इलाका डोनेट्स्क क्षेत्र में आता है, जो लंबे समय से युद्ध की सबसे भीषण मार झेल रहा है. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई और कई लोग मौके पर ही मारे गए. स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है.

जेलेंस्की का तीखा बयान

हमले के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर पोस्ट करते हुए इसे 'फ्रैंकली ब्रूटल' यानी बेहद क्रूर करार दिया. उन्होंने कहा कि रूस बार-बार निर्दोष नागरिकों को निशाना बना रहा है और अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चुप नहीं रहना चाहिए. जेलेंस्की ने अमेरिका, यूरोप और जी-20 देशों से अपील की कि वे रूस के खिलाफ और कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाएं ताकि वह मौत और तबाही फैलाने से रुके.

रूस पर और प्रतिबंध की मांग

जेलेंस्की ने कहा कि केवल निंदा करना काफी नहीं है, बल्कि अब ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि रूस को उसके युद्ध अपराधों की कीमत आर्थिक रूप से चुकानी होगी. उनकी मांग है कि पश्चिमी देश ऊर्जा, वित्त और व्यापार के क्षेत्र में रूस पर ऐसे प्रतिबंध लगाएं जिससे उसकी आक्रामक क्षमता कमजोर हो सके. जेलेंस्की का कहना है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़े कदम नहीं उठाए जाते, रूस यूक्रेन के नागरिकों को निशाना बनाता रहेगा.

दुनिया की जिम्मेदारी

यूक्रेन सरकार का कहना है कि यह हमला एक बार फिर साबित करता है कि रूस किसी भी मानवीय नियम का पालन नहीं कर रहा. पेंशन लेने आए बुजुर्गों और नागरिकों पर हमला अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का खुला उल्लंघन है. यूक्रेन ने जोर देकर कहा कि अब दुनिया की जिम्मेदारी है कि वह इस हमले पर आंख न मूंदे. जेलेंस्की ने कहा 'दुनिया को प्रतिक्रिया देनी होगी, तभी रूस को रोका जा सकेगा.'