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Russia Ukraine War: पुतिन के बदले सुर, यूक्रेन से शांति समझौते को लेकर दिया बड़ा बयान लेकिन फंसा दिया पेंच

मॉस्को और कीव के बीच इस्तांबुल में हुई वार्ता के दो दौर युद्धविराम की दिशा में कोई सफलता नहीं दिला सके. हालांकि, इन वार्ताओं के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली और मृत सैनिकों के शवों की वापसी पर सहमति बनी.

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Edited By: Mayank Tiwari
Russian President Vladimir Putin
Courtesy: Social Media

Russia Ukraine War: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन मॉस्को अपने "मुख्य लक्ष्य" को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यह बयान दिया, जिसे रविवार (20 जुलाई) को रॉयटर्स ने रूसी सरकारी मीडिया के हवाले से प्रकाशित किया.

पुतिन की शांति की इच्छा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेस्कोव ने कहा, "राष्ट्रपति पुतिन ने बार-बार यूक्रेनी विवाद को जल्द से जल्द शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त करने की अपनी इच्छा व्यक्त की है. यह एक लंबी प्रक्रKprocess, इसके लिए प्रयास की आवश्यकता है और यह आसान नहीं है." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस के लिए प्राथमिकता अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना है. पेस्कोव ने आगे कहा, "हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात अपने लक्ष्यों को हासिल करना है. हमारे लक्ष्य स्पष्ट हैं.

"ट्रंप की कूटनीति और शांति प्रयास

पेस्कोव ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कभी-कभी "कठोर" बयानबाजी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विश्व उनकी शैली का आदी हो चुका है, लेकिन ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह रूस के साथ शांति समझौते के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह बयान तब आया जब कीव ने जून की शुरुआत में वार्ता रुकने के बाद अगले सप्ताह शांति वार्ता के एक नए दौर का प्रस्ताव दिया. 

यूक्रेन का नया प्रस्ताव

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा, "सुरक्षा परिषद के सचिव उमेरोव ने अगले सप्ताह रूसी पक्ष के साथ अगली बैठक का प्रस्ताव दिया है. वार्ता की गति को और तेज करना होगा." यह बयान एएफपी ने उद्धृत किया. ट्रंप ने सोमवार को यूक्रेन के लिए नए हथियार समर्थन की घोषणा की और चेतावनी दी कि यदि मॉस्को 50 दिनों के भीतर शांति समझौते पर सहमत नहीं हुआ, तो रूसी निर्यात खरीदने वालों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे.

रूस और यूक्रेन के बीच विफल रही बातचीत

मॉस्को और कीव के बीच इस्तांबुल में हुई वार्ता के दो दौर युद्धविराम की दिशा में कोई सफलता नहीं दिला सके. हालांकि, इन वार्ताओं के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली और मृत सैनिकों के शवों की वापसी पर सहमति बनी. रूस का रुखपेस्कोव के बयान से स्पष्ट है कि रूस शांति के लिए प्रयासरत है, लेकिन अपने रणनीतिक उद्देश्यों से पीछे नहीं हटेगा. यह स्थिति यूक्रेन-रूस संघर्ष में शांति स्थापना के लिए चल रही कूटनीतिक कोशिशों को और जटिल बनाती है.