नई दिल्ली: बांग्लादेश में जारी राजनीतिक हिंसा के बीच भारत के लिए चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है. 19 दिसंबर यानी आज सुबह उग्रवादियों ने चट्टोग्राम में स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला किया. हमलावरों ने दूतावास परिसर की ओर पत्थर फेंके और सुरक्षा बलों के साथ झड़प की. यह हमला ऐसे समय हुआ है जब बांग्लादेश छात्र नेता शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद देशभर में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं.
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हमला सुबह से पहले किया गया. सुरक्षा कर्मियों ने हालात को काबू में करने की कोशिश की, लेकिन घटना ने कूटनीतिक स्तर पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. भारतीय मिशन को निशाना बनाया जाना बांग्लादेश में जारी अशांति के खतरनाक स्तर तक पहुंचने का संकेत माना जा रहा है.
A light hearted moment amongst all the chaos in Bangladesh
— Indian Strategic Studies Forum (@ISSF_India) December 18, 2025
Radical Islamists started throwing stones at Assistant Indian High Commission Office in Chittagong
One stone bounced back and seriously injured a protestor pic.twitter.com/nSgpwmgHEl
छात्र नेता शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिल रही है. हादी पिछले साल हुए लोकतंत्र समर्थक छात्र आंदोलन के प्रमुख चेहरों में शामिल थे. ढाका में चुनाव प्रचार के दौरान उन पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस घटना ने पहले से अस्थिर हालात को और भड़का दिया है.
प्रदर्शनकारियों ने ढाका और अन्य शहरों में पुलिस से झड़प की है. कई जगहों पर अखबारों के दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया गया, जिनमें प्रोथोम आलो और द डेली स्टार जैसे बड़े मीडिया संस्थान शामिल हैं. इसके साथ ही भारत विरोधी नारेबाजी भी तेज हो गई है और भारतीय अधिकारियों से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है.
सरकार ने हालात को देखते हुए देशभर में सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं. एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है और जनता से शांति बनाए रखने की अपील की गई है. इसके बावजूद फरवरी 2026 में प्रस्तावित चुनावों से पहले तनाव कम होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने अपदस्थ अवामी लीग पार्टी के नेताओं के कार्यालयों और घरों पर भी हमले किए हैं. चट्टोग्राम और राजशाही जैसे शहरों में प्रमुख सड़कों को जाम कर दिया गया है. बीते दिनों में भारत में रह रहीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की वापसी की मांग को लेकर भी कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद ढाका ने कुछ मिशनों में वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दीं.
चट्टोग्राम में भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला भारत और बांग्लादेश के संबंधों के लिए गंभीर कूटनीतिक चुनौती माना जा रहा है. लगातार बढ़ती हिंसा ने पूरे क्षेत्र की स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ा दी है.