Pulwama attack mastermind terrorist Masood Azhar killed: भारत के दुश्मन नंबर एक आतंकी मसूद अजहर को मार गिराया गया है. आतंकी मसूद अजहर पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड था. सोशल मीडिया पर आतंकी अजहर मसूद के मारे जाने की खबर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि अजहर मसूद को पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी है.
भावलपुर मस्जिद से लौटते वक्त सुबह करीब 5 बजे अज्ञात हमलावरों ने बम से हमला कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर को ढेर कर दिया. बता दें कि भारत के प्रयासों के कारण 1 मई 2019 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया था.
आतंकी मौलाना मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक था. कंधार हाईजैक मामले में यात्रियों के बदले छोड़े गए आतंकी मसूद अजहर ने कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें पुलवामा हमला भी शामिल है. इसके अलावा, मसूद संसद पर हमले का भी दोषी था. इसके अलावा, आतंकी मसूद ने पठानकोट एयरबेस हमले को भी अंजाम दिया था. बता दें कि आतंकी मसूद अजहर को पिछले साल यूनाइटेड नेशंस ने इंटरनेशनल टेररिस्ट घोषित किया था.
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— India Daily Live (@IndiaDLive) January 1, 2024
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पाकिस्तान के बहावलपुर में जन्में आतंकी मसूद कुल 9 भाई बहन थे. उसके पिता अल्लाह बख्श शब्बीर सरकारी स्कूल में विद्यालय के हेडमास्टर थे. उसका परिवार डेयरी और पॉल्ट्री का कारोबार करता था. मसूद अजहर ने कराची के बानुरी नगर में जामिया उलूम उल इस्लामिया मदरसे से पढ़ाई की थी.
मसूद अजहर को आतंकी गतिविधियों को फैलाने के आरोप में फरवरी 1994 में श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था. करीब एक साल बाद 1995 में जम्मू और कश्मीर में कुछ विदेशी पर्यटकों को किडनैप कर लिया गया था. विदेशी पर्यटकों को किडनैप करने वालों ने उनकी रिहाई के बदले में मसूद अजहर को छोडने की मांग की. इस दौरान एक पर्यटक आतंकियों के कब्जे से भागने में कामयाब रहा था, जिसके बाद आतंकियों ने अन्य पर्यटकों की हत्या कर दी थी.
दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस के एक विमान का अपहरण कर लिया गया था. आतंकियों की मांग पर भारत सरकार को यात्रियों के बदले मौलाना मसूद अजहर को छोड़ना पड़ा था. बता दें कि विमान को हाईजैक करने के बाद आतंकी उसे कंधार ले गए थे. उस दौरान अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था. आतंकियों की मांग पर यात्रियों की जान के बदले भारत सरकार ने मसूद अजहर और दो अन्य आतंकियों को छोड़ दिया. इसके बाद मसूद अजहर पाकिस्तान चला गया.