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India Daily

'75 रुपये का एक टमाटर', पाकिस्तानी संसद में कीमत को लेकर हंगामे के बीच आई भारत की याद!

पाकिस्तान में इस वक्त टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं और इसको लेकर पाकिस्तानी संसद में जमकर हंगामा हुआ है. ऐसे में वहां पर अब सांसद को भारत की याद आने लगी है.

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Pakistan Tomato Price
Courtesy: Grok AI

नई दिल्ली: पाकिस्तान इन दिनों महंगाई की आग में जल रहा है. रोजमर्रा की जरूरी चीजें इतनी महंगी हो गई हैं कि आम आदमी की जेब खाली हो रही है. खासकर सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. 

एक टमाटर की कीमत 75 रुपये तक पहुंच गई है, जबकि किलो के हिसाब से तो 600 रुपये तक बात हो रही है. इस मुद्दे ने संसद में हंगामा मचा दिया है और लोग भारत से सस्ती सब्जियां आने के पुराने दिनों को याद करने लगे हैं. 

सोने के जैसे हुए सब्जियों के दाम

पाकिस्तान में सब्जियों और फलों की कीमतें रॉकेट की तरह ऊपर चली गई हैं. टमाटर तो सिर्फ एक उदाहरण है. लहसुन 400 रुपये किलो, अदरक 750 रुपये किलो, प्याज 120 रुपये किलो बिक रहा है. मटर 500 रुपये, शिमला मिर्च और भिंडी 300 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. 

खीरा 150 रुपये, गाजर 200 रुपये और नींबू 300 रुपये प्रति किलो है. धनिया का छोटा सा गट्ठर, जो पहले मुफ्त मिल जाता था अब 50 रुपये में बिकता है. लोग परेशान हैं क्योंकि ये चीजें रोज की रसोई का हिस्सा हैं. कीमतों में 400 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है. 

अफगानिस्तान से व्यापार ठप

इस महंगाई की जड़ अफगानिस्तान के साथ सीमा बंद होना है. 11 अक्टूबर से दोनों देशों में झड़पें शुरू हुईं. पाकिस्तान ने हवाई हमले किए, जवाब में अफगानिस्तान ने भी कार्रवाई की. नतीजा ये हुआ कि 2,600 किलोमीटर लंबी सीमा पर व्यापार पूरी तरह बंद हो गया.

पहले यहां से रोजाना सैकड़ों कंटेनर सब्जियां, फल, अनाज, दवाएं और अन्य सामान आता-जाता था. सालाना व्यापार 23 अरब डॉलर का था. अब सब रुक गया है. रोज का नुकसान 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा है. तुर्कहम बॉर्डर पर हजारों कंटेनर फंसे हैं, जिनमें टमाटर, सेब, अंगूर जैसी चीजें सड़ रही हैं. 

यहां पर देखें वीडियो-

सांसद ने दिखाया एक टमाटर

पाकिस्तानी संसद में इस मुद्दे पर जोरदार बहस हुई. विपक्ष ने सरकार को घेरा और महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराया. एक सांसद ने सदन में एक टमाटर लहराते हुए कहा, "ये एक टमाटर मैं बड़ी मुश्किल से लाया हूं. किसी साथी की मदद से 75 रुपये में मिला." ये दृश्य वीडियो में वायरल हो गया.

हंगामा इतना बढ़ा कि मजाक में 'टमाटर लोन' की मांग उठने लगी. मतलब, टमाटर खरीदने के लिए लोन चाहिए. ये जनता की तकलीफ को दिखाता है. सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं, "पहले भारत से सस्ते टमाटर आते थे, अब वो दिन कहां गए?"